कोटद्वार-पौड़ी

मुख्य शिक्षा अधिकारी ने पकड़ा कोटद्वार के स्कूलों में घपला

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– स्कॉलर्स एकेडमी स्कूल में प्रतिबंध के बावजूद बेची जा रही थी महंगे दामों पर किताबें, स्कूल बैग व ड्रेस
-वहीं, हेरिटेज एकेडमी ने राज्य सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना ही सीबीएसई से प्राप्त कर ली है संबद्धता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों की लगातार मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने बुधवार को कोटद्वार के दो स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने पाया कि खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने दोनों स्कूलों को नोटिस जारी किए हैं और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने बताया कि सबसे पहले वह हेरिटेज एकेडमी पहुंचे। यहां उन्होंने पाया कि विद्यालय द्वारा राज्य सरकार से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना ही सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है, जिस पर एकेडमी को नोटिस जारी किया गया है और 15 दिन के अंदर राज्य सरकार से अनापत्ति प्राप्त करने के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने पर सीबीएसई को उनके विद्यालय की संबद्धता समाप्त करने के लिए पत्र भेज दिया जाएगा।
वहीं, इसके बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी स्कॉलर्स एकेडमी पहुंचे। यहां उन्होंने पाया कि स्कूल के भंडार कक्ष में छात्र-छात्राओं को बेचने के लिए पुस्तकें, स्कूल बैग और स्कूल यूनिफॉर्म भारी मात्रा में रखी हुई हैं। स्कूल बैग की कीमत 475 रुपये, टी शर्ट की कीमत 600 रुपये और नर्सरी क्लास की पुस्तकों के सेट के ऊपर दस हजार रुपये मूल्य अंकित किए हुए थे। बता दें कि सभी स्कूलों को स्कूलों में पुस्तकें, बैग, यूनिफॉर्म बेचना पहले ही प्रतिबंधित किया जा चुका है। इसलिए मुख्य शिक्षा अधिकारी ने स्कॉलर्स एकेडमी स्कूल के भंडार कक्ष को सील कर दिया और विद्यालय को नोटिस जारी किया गया। उन्होंने कहा कि स्कॉलर्स एकेडमी को सुनवाई का मौका दिया जाएगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सीएम पोर्टल व जिलाधिकारी से की थी स्कूलों की शिकायत
कोटद्वार क्षेत्र के प्राइवेट स्कूलों के संबंध में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल एवं जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिसमें आरोप लगाए गए थे कि कुछ स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं और कई स्कूल मनमानी करते हुए ज्यादा फीस वसूल रहे हैं। इसके अलावा कुछ स्कूल अपने यहां से ही स्कूल बैग, किताबें व ड्रेस खरीदने को मजबूर कर रहे हैं।

अन्य निजी स्कूल भी आ सकते हैं कार्रवाई की जद में
मुख्य शिक्षा अधिकारी ने बुधवार को मात्र दो स्कूलों का निरीक्षण किया और दोनों में गड़बड़ी पकड़ी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य कई स्कूलों में भी गड़बड़ी की संभावना है। ऐसे में यदि शिक्षा विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहती है तो अन्य स्कूल भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं।

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