मोबाइल से दूरी और लिखने की आदत डालें बच्चे रू बंशीधर
काशीपुर। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बुधवार को राजकीय कन्या इंका में आयोजित प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में कहा कि छात्र-छात्राएं मोबाइल से दूरी रखकर लिखने की आदत डालें। स्कूल से घर आने के बाद अभिभावक भी बच्चे से विद्यालय में हुए क्रियाकलापों की जानकारी लें। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक तिवारी के कहा कि प्रवेशोत्सव का मुख्य उद्देश्य लोगों को शिक्षा के प्रति आकर्षित करना है और शिक्षा विभाग के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी देना है। साथ ही उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की है कि जब बच्चा स्कूल से पढ़कर घर आता है तो उससे बात करें और पूटें उसने स्कूल में क्या पढ़ा। शिक्षकों ने पढ़ाया या नहीं पढ़ाया। अब समय आ गया है कि अभिभावकों को भी सजग रहना पड़ेगा। साथ ही उन्होंने बच्चों से भी अपील की कि वह जो पढ़ते हैं, उसको लिखना भी सीखें। आजकल बच्चों की लिखने की आदत टूटती जा रही है, जो की एक गंभीर विषय है। अगर जीवन में सफल होना है, तो मोबाइल से कुछ दूरी तो बनानी ही पड़ेगी। सरवरखेड़ा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में भी प्रवेशोत्सव का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक हरेंद्र कुमार मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों पर अपना विश्वास रखते हुए बच्चों का प्रवेश करवाएं। सरकारी स्कूलों में योग्य एवं प्रशिक्षित अध्यापकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाती है। इस दौरान सुमन लता चौहान, मधु चौहान, रक्षिता जोशी, सुनीता, रईस अहमद, प्रमिला चौहान आदि मौजूद रहे।
पांच छात्राओं को किताबें और बैग दिएरू राजकीय कन्या इंका में नव प्रवेशी पांच छात्राओं को किताबें और बैग देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान जीजीआईसी की प्रधानाचार्य गीता जायसवाल, उर्मिला भारती, गोविंद बल्लभ पंत के प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक, प्रभारी बीईओ डीके गौर, अनिल चौहान आदि मौजूद रहे।
महानिदेशक ने बच्चों के साथ खाया मिड-डे-मील य विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी जीजीआईसी में आयोजित कार्यक्रम के बाद र्केपस में बच्चों के मिड-डे-मील का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां उन्होंने छात्राओं के साथ दरी पर बैठकर मिड-डे-मिल का भोजन किया। उन्होंने खाने पर संतुष्टि जताई। इसके बाद उन्होंने भोजन माता को उपहार स्वरूप कुछ इनाम भी दिया।