सीएम घोषणा के बाद औली तक बेहतर सड़क सुविधा की उम्मीद जगी
चमोली। बड़ागांव से औली तक सड़क निर्माण की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद औली तक बेहतर सड़क सुविधा की उम्मीद जगी है। अभी औली तक आवाजाही के लिए जोशीमठ से 14 किमी सिगल लेन सड़क की सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने औली के विकास के लिए जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जोशीमठ से सात किमी दूर बड़ागांव से मेरग, परसारी, कोटी फार्म होते हुए औली तक 15 किमी सड़क निर्माण की घोषणा की है। घोषणा के अनुरूप लोक निर्माण विभाग इस सड़क की कार्ययोजना बनाने में जुटा है। अगर यह सड़क घोषणा के अनुरूप बनती है, तो औली को गांवों से होते हुए एक पर्यटन सर्किट मिलेगा। इससे जोशीमठ के बड़ागांव, मेरग, परसारी सहित अन्य गांवों में भी पर्यटन कारोबार से स्वरोजगार मिलेगा। अभी तक औली के लिए जोशीमठ से 14 किमी सिगल लेन सड़क मार्ग है। इस सड़क पर आए दिन जाम नई बात नहीं है। साथ ही बर्फबारी के दौरान सड़क के बंद होने से पर्यटकों को परेशानी होती रही है। औली वर्तमान समय में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्कीइंग रिजार्ट के रूप में पहचान बना चुका है। यहां पर विटर सेफ गेम्स के अलावा नेशनल प्रतियोगिताएं आयोजित होने से देश-विदेश के स्की प्रेमी यहां आते रहे हैं। प्रतिवर्ष यहां पर बर्फबारी के बाद स्कीइंग प्रशिक्षण भी होते हैं। लेकिन जिस गति से औली में पर्यटकों, स्कीयरों की आमद बढ़ी है, उस स्तर की यातायात सुविधाएं हमेशा खलती रही हैं।
रोपवे की भी है सुविधा: औली में जोशीमठ से रोपवे की सुविधा भी है। दस टावरों वाला यह रोपवे 4.15 किमी लंबा है। इसमें प्रतिदिन 400 लोग ही आवाजाही कर सकते हैं। लेकिन औली में शीतकालीन सीजन में बर्फबारी के बाद प्रतिदिन हजारों पर्यटकों की आवाजाही होती है। ऐसे में सड़क मार्ग पर्यटकों की आवाजाही का प्रमुख साधन है।
औली में सिगल लेन सड़क और सेना की आवाजाही होने के कारण सड़क पर जाम आम बात है। अगर बड़गांव से औली तक सड़क बनती है तो यह पर्यटन सुविधा के साथ पर्यटन विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। -प्रकाश रावत, पूर्व ब्लाक प्रमुख जोशीमठ
औली तक सड़क मार्ग को सुचारु रखने के लिए लोक निर्माण विभाग के संसाधन शीतकाल में भी उपलब्ध रहते हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत बड़गांव से औली तक 15 किमी सड़क निर्माण प्रस्तावित है, जिसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है।-धन सिंह रावत, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग गोपेश्वर