आयोग ने बंद करवाया कैंप, नगर निगम पहुंची महिलाएं
आचार संहिता लागू होने के बाद भी जगह-जगह चलाए जा रहे थे विश्वकर्मा योजना के कैंप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भले ही आदर्श आचार संहिता को लेकर कई सप्ताह बीत चुके हो। लेकिन, शहर में अब भी गुपचुप तरीके से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के कैंप संचालित किए जा रहे थे। ऐसे में चुनाव आयोग को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर यह कैंप बंद करवाए। इसके बाद कैंप में पहुंची महिलाएं योजना का फार्म लेकर नगर निगम में पहुंच गई।
लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की गई थी। इसके तहत कोटद्वार में महिलाओं की ओर से सिलाई मशीन के लिए आवेदन किए जा रहे हैं। क्षेत्र में जगह-जगह कैंप लगाकर महिलाओं को योजना का लाभ दिया जा रहा था। बताते चलें कि लोकसभा चुनाव के चलते प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई है। बावजूद इसके क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाकर इस योजना के आवेदन भरे जा रहे हैं। चुनाव आयोग को जब इसकी भनक लगी तो टीम ने मौके पर पहुंच योजनाओं के संचालन को रूकवाया। जिससे महिलाएं भड़क गई और अपने आवदेन लेकर नगर निगम कार्यालय में पहुंची। महिलाओं का आरोप था कि आचार संहिता के बाद भी योजना चल रही थी और कुछ महिलाओं ने इसका लाभ उठाया। लेकिन, अब आनलाइन पंजीकरण के बाद जैसे ही महिलाएं फार्म जमा करवाने पहुंची तो योजना पर विराम लगा दिया। कहा कि सरकार ने योजना के लाभ के लिए समय निर्धारित किया है। ऐसे में वह योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगी। महिलाओं के बढ़ते आक्रोश के बाद चुनाव आयोग की टीम ने उनकी वीडियो रिकार्डिंग शुरू कर दी, जिसके बाद महिलाएं वापस लौटी।
सीएचसी सेंटर संचालकों को चेतावनी
आचार संहिता का सख्ती से पालन करवाने के लिए चुनाव आयोग गंभीरता से कार्य कर रहा है। इसके तहत टीम ने क्षेत्र के अलग-अलग सीएचसी सेंटर में भी छापेमारी की। सेंटर संचालकों को सख्त चेतावनी दी कि वह राज्य व केंद्र सरकार की योजना से संबंधित किसी भी आनलाइन फार्म को न भरवाएं। यदि कोई भी सीएचसी सेंटर संचालक नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।