उत्तराखंड

जनपद में मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिये ठोस प्रयास किए जाए

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अल्मोड़ा। नवीन कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी विनीत तोमर ने जनपद में मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर एवं पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ की। बैठक में जिलाधिकारी ने विगत माहों में हुई मातृ-मृत्यु व शिशु-मृत्यु पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने मृत्यु के कारणों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए ठोस प्रयास किए जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन गर्भवती महिलाओं की प्रसव की तिथि नजदीक हो तो उन्हें एएनएम के माध्यम से सभी प्रकार की सुविधा वाले चिकित्सालय में भर्ती कराया जाय जिससे जानमाल के खतरे को कम किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि समय-समय पर एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से गृभवती महिलाओं को खान-पान व स्वास्थ्य परीक्षण आदि की जानकारी दी जाय ताकि वें एक स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दे सके।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाय कि गर्भवती महिला का प्रसव चिकित्सालय में ही कराया जाय इसके लिये लोगों को जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि कई मातृ-मुत्यु एवं शिशु-मृत्यु के जांच कारणों में घर पर ही प्रसव कराया जाना पाया जाता है जिस कारण माता व बच्चे को स्वास्थ्य सुविधा समय से उपलब्ध नही हो पाती है। बैठक में पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति के अन्तर्गत महिला चिकित्सालय अल्मोड़ा व रूद्राक्ष क्लीनिक, नगर पालिका अल्मोड़ा द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण किए जाने की अनुमति जिलाधिकारी द्वारा दी गई।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी ड आर सी पंत, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ड दीपांकर डेनियल, ड योगेश पुरोहित, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास पीताम्बर प्रसाद सहित स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

 

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