बधाई हो भारत! बस इतना ही बोल सके मिशन निदेशक, इसरो चीफ ने पीठ पर रखा हाथ
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। इसरो ने एक बार अपना लोहा दुनिया में मनवा लिया। शुक्रवार (14 जुलाई) को भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक और मील का पत्थर छू लिया है। खनिज, पानी आदि की तलाश में चंद्रयान 3, चांद की ओर बढ़ चला है।
चंद्रयान -3 की लॉन्चिंग का पहला उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग करना है। चांद पर सटीक लैंडिंग हासिल कर भारत अपनी तकनीकी क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा। सबकुछ सही रहा तो 23 अगस्त शाम 5 बजकर 47 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान 3 लैंड होगी।
भारत के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों ने इस मिशन के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की है। कहा जाता है कि वैज्ञानिकों के पास हर सवाल का जवाब होता है। वहीं, उनका दिमाग विकट परिस्थियों में भी संतुलित और संयमित रहता है। हालांकि, वैज्ञानिक भी एक इंसान ही होते हैं।
दरअसल, चंद्रयान 3 मिशन की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इस मिशन के डायरेक्टर मोहन कुमार अपनी खुशियां बयां करने में थोड़े असमर्थ दिखे। बता दें कि इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर में इसरो के पूर्व अध्यक्ष और अंतरिक्ष वैज्ञानिक के सिवन के अलावा कई वैज्ञानिक मौजूद थे।
एक तरफ जहां सभी लोगों की निगाहें चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग पर टिकी थी। वहीं, दूसरी ओर इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर मोहन कुमार, व्हीकल डायरेक्टर बीजू. सी. थॉमस और इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ लगातार मिशन से जुड़ी हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे। चंद्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण के साथ ही सतीश धवन स्पेस सेंटर में मौजूद वैज्ञानिकों ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी। वहीं, सफल प्रक्षेपण के बाद इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ के साथ चंद्रयान 3 मिशन के डायरेक्टर मोहन कुमार अपनी बात रखने के लिए मंच पर आए। मोहन कुमार के मन में कई विचार उमड़ रहे थे। उन्होंने मिशन को लेकर उन्होंने अपनी बात साझा करने की कोशिश की। उन्होंने सबसे पहले कहा,”बधाई हो भारत।” इसके बाद उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 ने अपनी सटीक कक्षा में चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है। हालांकि, वो अपनी खुशी शब्दों को बयां न कर सके। ये दृश्य देखकर सेंटर में मौजूद सभी वैज्ञानिक और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी हंसने लगे। इसके बाद उनके पीछे खड़े इसरो के अध्यक्ष एस.सोमनाथ ने कहा कि अभी आगे की जानकारी आपको बाद में बताएंगे।
चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद करफड प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि हमने पहले साल में देखा कि पहले क्या गलती की थी और उसके बाद दूसरे साल में क्या सुधार किया जाए कि ये बेहतर हो। फिर हमने देखा कि और क्या गलती हुई थी क्योंकि कुछ समस्याएं छिपी होती है, जो हमने समीक्षा और टेस्ट द्वारा पता लगाया।
पीएम मोदी बोले- चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा
चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय लिखा। यह हर भारतीय के सपनों और महत्वाकांक्षाओं को ऊपर उठाते हुए ऊंची उड़ान भर रहा है। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं उनकी भावना और प्रतिभा को सलाम करता हूं!