संविधान दिवस पर कांग्रेस ने किया बाबा साहेब आंबेडकर को याद
हल्द्वानी। संविधान दिवस के मौके पर शनिवार को स्वराज आश्रम में कांग्रेस की ओर से गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान भारतीय संविधान और उसके निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को याद किया गया। गोष्ठी में सबसे पहले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, प्रदेश महासचिव महेश शर्मा, पीसीसी सदस्य हरीश मेहता, प्रदेश सचिव प्रकाश पांडे, एनबी गुणवंत, पूर्व मंत्री हाजी सोहेल सिद्दीकी ने कहा कि संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा में संविधान को अपनाया और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है। प्रदेश महासचिव वरुण भाकुनी, एससी प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष इंद्रपाल आर्य, गोविंद सिंह बगड्वाल, गिरीश पांडे, ब्लक अध्यक्ष हेम पांडे, मुकुल बल्यूटिया, संदीप भैसोड़ा, प्रदीप नेगी ने कहा कि भारतीय संविधान की मूल प्रति, टाइप या मुद्रित नहीं थी। सविधान की असल कपी प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने अपने हाथ से लिखी थी। बेहतरीन कैलीग्राफी के जरिए इटैलिक अक्षरों में लिखे गए संविधान के हर पन्ने को शांति निकेतन के कलाकारों ने सजाया था। गोष्ठी में मुख्य रूप से संजय उप्रेती, कमला तिवारी, पुष्पा तिवारी, भानु पडलिया, गिरीश उपाध्याय, त्रिलोक कठायत, जाकिर हुसैन, शेरदिल, ताहिर हुसैन, रमेश कोठारी, महानगर उपाध्यक्ष सतनाम सिंह आदि मौजूद रहे।