उत्तराखंड

डेयरी फार्म महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक

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बागेश्वर। दुलम गांव में 10 दिवसीय डेयरी एवं वर्मी कंपोस्ट प्रशिक्षण का शुभारंभ ब्लाक प्रमुख गोविंद दानू ने किया। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार का लक्ष्य महिलाओं का आत्मनिर्भर बनाने का है। आरसेटी के तहत यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दानू ने कहा कि गांव में स्वरोजगार होगा। पलायन पर रोक लगेगी। ग्रामीण प्रशिक्षित होंगे तो देश आत्मनिर्भर बनेगा। दुग्ध डेयरी, मशरूम, मौन पालन, मत्स्य पालन, जड़ीबूटी, फल, फूल, सब्जी और पालीहाउस आदि के लिए 80 प्रतिशत अनुदान सरकार दे रही है। स्वयं सहायता समूहों और किसानों को अलग से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कपकोट में जैविक खेती को स्वरोजगार के रूप में आगे बढ़ाया जा सकता है। आरसेटी के निदेशक दिनेश कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद किसानों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा। वह सरकार से मिलने वाले अनुदान का लाभ उठा सकते हैं। इस दौरान हरपाल कोरंगा समेत स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित थीं।

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