दिव्यांगजनों को स्वरोजगार से जोड़ने में डीडीआरसी निभाएं भूमिका
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जला दिव्यांग पुनर्वास प्रबन्धन समिति के कार्यों की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने डीडीआरसी के नोड़ल अधिकारी को निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आरबीएसके के साथ समन्वय से दिव्यांगों को लाभ दिलाने के साथ-साथ दिव्यांगजनों को स्वरोजगार से जोड़ने में डीडीआरसी भूमिका निभाएं। जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को ओल्ड एज होम हेतु भूमि तलाशने के निर्देश दिये।
सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में आयोजित डीडीआरसी की बैठक में जिलाधिकारी ने जिला स्तरीय समिति के सदस्यों को निर्देश दिये कि डीडीआरसी में रिक्त पड़े 8 पदों को नियमानुसार प्राथमिकता के आधार पर भरें। दिव्यांगजनों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ मिलें इस हेतु उन्होंने डीडीआरसी के नोडल अधिकारी को रेखीय विभागों के साथ समन्यव स्थापित करते हुए दिव्यांगजनों तक योजनाओं का प्रचार-प्रसार में एक सेतु के रुप में कार्य करने को कहा। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि डीडीआरसी द्वारा दिव्यांगजनों को वितरित किये जाने वाले उपकरणों के लेखा-जोखा की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होने कहा कि जो भी डीडीआरसी के केन्द्र बन रहे है उनमें फिजियोथेरेपिस्टो का चयन व तैनाती समय से करें। बैठक में जिला समाज कल्याण अधिकारी विनोद कुमार उनियाल, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कमलेश भारती, जिला पंचायतराज अधिकारी जितेंद्र कुमार, नोडल अधिकारी डीडीआरसी धर्मेन्द्र पंवार सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।