मालिनी घाटी की सड़कों पर आया मलबा, कटा ग्राम सभाओं का संपर्क
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पिछले चार दिन से लगातार हो रही बारिश से पौखाल क्षेत्र में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मालिनी घाटी की सैकड़ों ग्राम सभाओं को जोड़ने वाली सड़कें मलबे से गायब हो चुकी हैं। ऐसे में ग्रामीणों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी लोक निर्माण विभाग सड़कें खोलने की सुध नहीं ले रहा।
दुगड्डा प्रखंड के अंतर्गत पौखाल क्षेत्र में मालिनी घाटी को जोड़ने वाली कई सड़कें मलबे में दब गई हैं। ग्रामीण सुशील मैठाणी, भूपेंद्र काला, राघवेंद्र रावत, संदीप काला, सुनील जखमोला, विनोद रावत, मनोज मैठाणी ने बताया कि यह सड़कें ग्राम बिजनूर, मांडई, बड़ोलगांव, मलनिया, चंडा, दुणी, सैड, कलवासैन को आपस में जोड़ती थी। लेकिन, अब ग्राम सभाओं का संपर्क पूरी तरह से कट चुका है। सड़कों पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो चुकी है। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी बीमार ग्रामीणों को अस्पताल तक पहुंचाने में हो रही है। ग्रामीणों को राशन, सब्जी व अन्य सामान लाने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। बारिश के कारण पिछले दो दिन से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति भी ठप पड़ी हुई है। लगातार शिकायत के बाद भी ऊर्जा निगम समस्या को लेकर लापरवाह बना हुआ है। गांव में बिजली नहीं होने के कारण जंगली जानवरों का भी खतरा बढ़ता जा रहा है। ग्रमीणों ने जल्द समस्याओं के निराकरण की मांग उठाई।