रानीगढ़-सौड़ सड़क मार्ग के डामरीकरण की मांग उठी
नई टिहरी। रानीगढ़-सौड़ सात किलोमीटर मोटर मार्ग का मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी डामरीकरण नहीं होने से स्थानीय लोगों में रोष बना हुआ है। सड़क का डामरीकरण न होने से सड़क पर सफर करना जोखिम भरा बना है। स्थानीय लोगों से शासन-प्रशासन जल्द उक्त मोटरमार्ग के डामरीकरण की मांग उठाई है।
घनसाली विधानसभा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगा सीमांत क्षेत्र में है। साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग का मध्य क्षेत्र भी है। मुख्यत दो घाटियों बाल गंगा और भिलंगना में फैली घनसाली विधानसभा क्षेत्र पौराणिक देव शक्तियों का तीर्थ स्थल भी है। जिसमें ग्यारह गांव भिलंग के सौड़ गांव में हुनेश्वर महाराज की डोली तथा लैणी में क्षेत्रपाल देवता के त्रिशूल में श्रद्घालुओं की अटूट आस्था है। मंदिरों में वर्ष भर विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्घालुओं का आना जाना लगा रहता है। लेकिन सड़क मार्ग की खस्ताहाल स्थिति होने के कारण लोगों को जान जोखिम में डाल कर सफर करना पड़ता है। जिला पंचायत सदस्य सीता रावत ने बताया कि जबसे सड़क बनी है, तब से उसका डामरीकरण नहीं हो पाया है। विधानसभा चुनाव से पहले सीएम पुष्कर धामी ने घनसाली दौरे के दौरान उक्त सड़क के डामारीकरण कराने की घोषणा भी की थी। बीते दिनों घनसाली-घुत्तू मोटर मार्ग पर पोखर के समीप एक वाहन के दुर्घटना ग्रस्त होने से दुर्घटना में सौड़ गांव के पांच लोगों की मौत हो गई थी। ग्रामीण सतीश उनियाल, सुंदर लाल सहित कई लोगों ने सीएम की घोषणा के अनुरुप शीघ्र रानीगढ़-सौड़ मोटर मार्ग के डामरीकरण करने की मांग की है।