नई टिहरी। चैत्र नवरात्र पर जिलेभर के देवी मंदिरों में सुबह से दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। देर शाम तक लोगों ने मां भवगती के दर्शन कर परिवार की खुशहाली की कामना की। प्रसिद्ध सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। जिसके चलते धनोल्टी से कद्दूखाल तक 1 से 2 किमी लंबा जाम देखने को मिला। जिससे श्रद्धालुओं को खासी परेशानी हुई। वहीं सुरकंडा देवी रोपवे में भी श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिली। रविवार को चैत्र नवरात्र पर सुरकंडा देवी, चंद्रबदनी, कुंजापुरी, नई टिहरी के नव दुर्गा मंदिर, विनकखाल के ज्वालामुखी मंदिर सहित जिलेभर के सिद्धपीठों और देवी मंदिरों में हरियाली बोई मां शैलपुत्री की आराधना की गई। देवी मंदिरों में दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जमनी शुरू हो गई थी, जो देर शाम तक जारी रही। खासकर सुरकंडा मंदिर में भारी संख्या में दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़े। दिल्ली की शालीमार बाग से आए किशन राठौर उनकी पत्नी सुलेखा,जड़धार गांव के चंदन सिंह रावत, देहरादून से आए नीरज कुमार, हरिद्वार की अलका, ऋषिकेश की सुमित्रा देवी, आनंद सिंह आदि ने बताया कि वह लगभग हर नवरात्र पर मां सुरकंडा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि पहले नवरात्र पर मंदिर में खूब भीड़ देखने को मिली। उन्होंने शासन-प्रशासन से कद्दूखाल और आसपास के क्षेत्रों में छोटी-छोटी पार्किंग बनाने की मांग की। चंबा के थानाध्यक्ष एलएस बुटोला ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन सुरकंडा मंदिर में दर्शन के लिए खूब भीड़ दिखी। कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती गई थी। पुलिस यातायात व्यवस्था के लिए मुस्तैद रही। वहीं सुरकंडा देवी रोपवे सेवा के समन्वयक नरेश बिजल्वाण ने बताया कि सुबह से ही रोपवे में बैठने के लिए पर्यटकों और श्रद्धालुओं की लाइन लग गई थी। इधर, कुंजापुरी मंदिर नरेंद्रनगर और चंद्रबदनी मंदिर में भी श्रद्धालुओं की खूब भीड़ दिखी। वहीं चंबा ब्लॉक के जड़धार गांव में सुरकंडा देवी के मायके में उनकी प्रतीकात्मक मूर्ति की पूजा कर ग्रामीणों ने विशेष पूजा-अर्चना कर हरियाली बोई।