नए साल पर हरिद्वार में स्नान को पहुंचे श्रद्घालु, मंदिरों व पर्यटक स्घ्थलों में भारी भीड़
देहरादून। देहरादून के राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर में श्रद्घालु दर्शन करने पहुंचे। नैनीताल के नयना देवी मंदिर में नए साल के पहले दिन पर्यटक व स्थानीय लोग दर्शन के लिए पहुंचे। वहीं पर्यटकों की भीड़ पहुंचने से हल्घ्द्वानी के काठगोदाम में कई बार लंबा जाम लगने की स्थिति बन गई।
वहीं देहरादून में नव वर्ष को लेकर धार्मिक स्थलों पर भारी जाम लग गया। हाल यह हुआ कि टपकेश्वर में बाबा के दर्शन करने के लिए जा रहे श्रद्घालुओं को बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा। र्केट कोतवाली पुलिस यातायात व्यवस्था को संभाल नहीं पाई।
स्थिति यह थी कि ओएनजीसी चौक तक जाम लगा रहा। वहीं नववर्ष मनाकर मसूरी से वापस लौट रहे वाहनों के कारण र्केट चौक पर दोनों तरफ से जाम लग गया। जाम खुलवाने के लिए यातायात पुलिसकर्मियों को भिजवाया गया, जिसके बाद जाम खुल पाया।
चंपावत जिले में मां पूर्णागिरी मंदिर में भक्घ्तों की लंबी कतार लगी रही। हल्घ्द्वानी के कालू सिद्घ बाबा मंदिर में भी श्रद्घालुओं की भीड़ लगी रही।
तीर्थनगरी ऋषिकेश में नव वर्ष के पहले दिन पर्यटक स्घ्थलों पर दिल्घ्ली, हरियाणा और पंजाब से पर्यटक पहुंचे। इससे पहले नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पहली बार न्यू एज म्यूजिक फेस्टिवल में विभिन्न देशों के कलाकारों ने योग, ध्यान, आध्यात्म और संगीत के अद्भुत सम्मिश्रण के साथ अपनी प्रस्तुतियां दी। देर रात तक संगीत की धुन पर झूमते हुए श्रोताओं ने नववर्ष का स्वागत किया।
पर्यटन स्थल चकराता में थर्टी फर्स्ट व नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटकों के उमड़ने से रिसार्ट शतप्रतिशत फुल व होटल 60 प्रतिशत बुक हैं। छावनी बाजार में भी रौनक है।
हालांकि, बर्फबारी न होने के कारण इस बार पिछले साल के मुकाबले कम पर्यटक आने पर होटल व्यवसायी कुछ निराश दिखाई दिए। पिछले वर्ष बर्फबारी होने की वजह से हजारों की संख्या में पर्यटक चकराता पहुंचे थे, परंतु इस वर्ष पर्यटकों की आमाद में कमी देखी गई।
इसकी एक वजह यह भी मानी जा रही है कि पिछले वर्ष दिसंबर में हिमपात हो गया था, जिसे देखने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक आए थे, परंतु इस बार बर्फ न पड़ने से पर्यटक के चकराता पहुंचने मैं कमी देखी गई, जिस कारण 40 फीसद होटल खाली हैं।
चकराता के आसपास सटे कोरुवा, रामताल गार्डन, टाइगर फाल, ग्वासा पुल, माख्टी में रिसार्ट फुल हैं। पर्यटक भी बाजार से बाहर शांत अकेले में बने रिसार्ट को पसंद कर रहे हैं।
पर्यटक छावनी बाजार चकराता आए, लेकिन हमेशा की तरह चकराता में पार्किंग एक बड़ी समस्या रही। पर्यटक के लिए पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से अपने वाहन सड़क के किनारे खड़े करने पड़े।
छावनी बाजार चकराता में इस बार पिछले साल के मुकाबले पर्यटक कम आने से स्थानीय व्यापारी काफी निराश हैं। क्योंकि व्यापारियों ने नए साल को लेकर पूरी तैयारियां कर रखी थी। नए साल में यह उम्मीद थी कि पर्यटक चकराता अधिक संख्या में आएंगे।