डॉ. आंबेडकर साहित्यश्री नेशनल अवार्ड से सम्मानित होगें ढौड़ियाल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य गिरधारी लाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट (पंजीकृत) कोटद्वार की बैठक का आयोजन ट्रस्ट कार्यालय पदमपुर सुखरो में किया गया। बैठक में सदस्यों ने ट्रस्ट के संस्थापक, साहित्यांचल कोटद्वार के संरक्षक वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर नन्दकिशोर ढौंडियाल “अरुण” डी. लिट् के डॉ. आंबेडकर साहित्यश्री नेशनल अवार्ड -2022 हेतु चुने जाने पर हर्ष व्यक्त किया।
ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य ने बताया कि डॉ. नन्दकिशोर ढोंडियाल “अरुण” ने उत्तराखंड में दलितों के साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। वंचित, शोषित, उपेक्षितों को गढ़वाल की दिवंगत विभूतियों सहित विभिन्न साहित्यों में शिल्पकारों की शिल्पकला को उभारा है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कर्मवीर जयानन्द भारतीय के अंग्रेजों के विरुद्ध पौड़ी पराक्रम दिवस व डोला पालकी आंदोलन को अपनी लेखनी के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया है। साथ ही उत्तराखंड में भूदान आंदोलन के प्रणेता सोहन लाल भू-भिक्षु उर्फ स्वामी योगानन्द महाराज व समाज सुधार आंदोलन में आर्य समाज के योगदान को रेखांकित किया है, जिसके चलते उनका इस सम्मान के लिए चयन किया गया है। यह सम्मान उन्हें 11 दिसंबर 2022 को पंचशील आश्रम झड़ौदा दिल्ली में अकादमी के 38वें सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस पी सुमनाक्षर प्रदान करेंगे। बैठक में वयोवृद्ध साहित्यकार चक्रधर शर्मा ‘कमलेश’, साहित्यांचल के अध्यक्ष जनार्दन बुडाकोटी, लक्ष्मी देवी, साहित्यकार अनुसूया प्रसाद डंगवाल, चंद्रप्रकाश नैथानी, कैप्टन पीएल खंतवाल, महेन्द्र अग्रवाल, डॉ. मनोरमा ढौडियाल, सतीश कुमार (सेनि तहसीलदार), बीरेंद्र देवरानी, मीनू खान, अमेरिका सिंह, संदीप आर्य, मंजुल ढौंडियाल, बीर सिंह, बचन सिंह गुसाईं, सुरेशी देवी आदि मौजूद थे।