विस्थापन न किए जाने पर आपदा पीड़ितों ने जताया आक्रोश
पिथौरागढ़। आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लोगों ने अनदेखी से आहत होकर अब अपने हितों के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बैठक कर संघर्ष समिति का गठन किया। इस दौरान उन्होंने विस्थापन को लेकर रणनीति बनाई। गुरुवार को सीमांत के आपदा पीड़ितों ने विस्थापन न किए जाने पर आक्रोश जताया। कहा कि प्रभावित क्षेत्र में सरकार काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब अपने हितों को लेकर प्रभावित सड़क पर उतरेंगे। बाद में संघर्ष के लिए समिति का गठन किया। जिसके लिए पूर्व ब्लक प्रमुख नेत्र सिंह कुंवर को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया। प्रकाश गुंज्याल और डब्बू पायर उपाध्यक्ष, नदीम परवेज और लक्ष्मी गुंज्याल सचिव, सनी साहनी और प्रेम गर्ब्याल प्रचार मंत्री, मुख्य सलाहकार रमेश कुटियाल, ओपी वर्मा व सलाहकार लक्ष्मण कौशल, श्याम चंद्र खर्कवाल, भीम सिंह रावत को बनाया। इसके अलावा जानकी देवी, नंदा बिष्ट, मंजू थापा, रीना बिष्ट, ममता थापा, अनीश, मोहम्मद आजम, महिमन सिंह ह्यांकी को सक्रिय सदस्य की जिम्मेदारी सौंपी गई। नवनियुक्त पदाधिकारियों ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में शीघ्र निर्माण कार्य और आपदा पीड़ितों के विस्थापन के लिए सभी से एकजुट होने का आह्वान किया है।