काठमांडू के लिए दिव्य गंगा जल कलश यात्रा 14 को होगी रवाना
उत्तरकाशी : बाबा पशुपतिनाथ का दिव्य गंगा जल कलश यात्रा 14 फरवरी को उत्तरकाशी से पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू के लिए रवाना होगी। आगामी आठ मार्च को महाशिवरात्रि पर्व के दिन पशुपतिनाथ मंदिर में इस गंगाजल से महाभिषेक किया जाएगा। पशुपतिनाथ मंदिर में इस दिव्य गंगाजल कलश की विशेष महत्ता यह है। यही वजह है कि वर्षभर मंदिर में अखंड ज्वाला ज्योति से कलश की पूजा की जाती है।
शनिवार को लोनिवि गेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता करते हुए उत्तरकाशी के पंडित महेंद्र प्रसाद ने बताया कि अक्षय तृतीया के पावन पर्व के मौके पर गंगोत्री धाम के कपाट उद्घाटन पर गंगोत्री से गंगा कलश को भरा गया। इसके बाद जय दुर्गे पशुपति भवन उत्तरकाशी में दिव्य कलश पूजा अर्चना के साथ कलश को सुरक्षित रखा गया है। जहां से काशी विश्वनाथ मंदिर से आगामी 14 फरवरी को देव डोलियों के सानिध्य में दिव्य कलश पशुपति नाथ मंदिर के लिए रवाना होगा। इस दौरान कलश का विभिन्न पड़ावों पर स्वागत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पिछले 11 सालों से वह निरंतर पशुपतिनाथ मंदिर में गंगा जल कलश महाभिषेक को ले जा रहे हैं। यह प्रथा उनके पूर्वजों के समय से चली आ रही है। उनकी तीन से चार पीढ़ियां इस गंगा कलश को पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू में महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए ले जाते आए हैं। इससे पूर्व 45 वर्षों तक ब्रह्मलीन गुरूदेव लक्ष्मी नारायण ने बाबा पशुपतिनाथ में महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक किया। उन्होंने बताया कि कलश यात्रा हरिद्वार, दिल्ली, लखनऊ आदि स्थानों से होते हुए काठमांडू पहुंचेगी और ठीक शिवरात्रि के दिन गंग कलश पशुपतिनाथ मंदिर में विराजमान होगा। इस मौके पर गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र सिंह बिष्ट भी मौजूद रहे। (एजेंसी)