सरकारी भूमि व संपत्तियों पर कब्जे के संबंध में जिलाधिकारी ने मांगी रिपोर्ट
हरिद्वार। शासकीय भूमि, संपत्तियों से अनाधित कब्जे हटाए जाने के संबंध में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश जारी किए। बैठक में जिलाधिकारी ने पूर्व में शासकीय भूमि, सम्पत्तियों से अनधित कब्जा हटाये जाने के सम्बन्ध में दिये गये निर्देशों के क्रम में अब तक विभिन्न विभागों द्वारा की गयी कार्रवाई की गयी के विषय में विभागीय अधिकारियों से सिलसिलेवार विस्तृत जानकारी ली। जिला अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासकीय भूमि, सम्पत्तियों से अनधित कब्जा हटाये जाने के प्रकरण को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि इसकी मनिटरिंग राज्य स्तर पर की जा रही है। जिलाधिकारी ने समस्त विभागों को पुन: स्पष्ट निर्देश दिये कि वे अपने-अपने कार्यालय में रखे सम्पत्ति रजिस्टर के अनुसार शासकीय भूमि, सम्पत्ति का मिलान करने के साथ यह भी सुनिश्चित करें कि उनकी विभागीय सम्पत्ति, भूमि पर कोई अवैध रूप से काबिज तो नहीं है। उन्होंने निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में सुस्पष्ट आख्या, भूमि, सम्पत्ति के सुस्पष्ट अभिलेखों एवं स्पष्ट नजरी नक्शे सहित एक माह के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा यह भी सूचना दें कि अवैध कब्जाधारी कौन हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि सम्बन्धित विभाग के अधिकारी इस आशय का एक प्रमाण पत्र जारी करेंगे कि उनके यहां कौन सी शासकीय भूमि, सम्पत्तियां उनके कब्जे में हैं तथा कौन सी अनधित कब्जे में है। उन्होंने कहा कि इसका अभिलेखीकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा़सौरभ गहरवार, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीरसिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पी़एल़शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अंशुल सिंह, एमएनए दयानन्द सरस्वती, उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा, एसडीएम लक्सर सुश्री संगीता कनौजिया, जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, मुख्य षि अधिकारी विजय देवराड़ी, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, महाप्रबन्धक उद्योग सुश्री पल्लवी गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, ईओ नगर पंचायत पिरान कलियर रमेश सिंह रावत, ईओ नगरपालिका परिषद मंगलौर विजय चौहान, कर अधिकारी भानु प्रताप सिंह, एसडीओ अजय कुमार, एसडीओ वन के़एस़रावत, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि लक्सर, खण्ड विकास अधिकारियों सहित जनपद के सम्बन्धित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।