डॉक्टर बैंच पर बैठकर मरीजों का उपचार करने को मजबूर
श्रीनगर गढ़वाल : उप जिला अस्पताल श्रीनगर में तैनात इमरजेंसी मेडिकल स्पेशलिस्ट(फिजिशियन) डा. अंकित गैरोला ने सोमवार को अस्पताल के बाहर खुले में बैंच पर बैठकर मरीज देखे। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन की ओर से जो कमरा उन्हें ओपीडी देखने के लिए आवंटित किया गया था, उसे छीन दिया है। उन्हें ओपीडी के लिए कमरा भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में मजबूरी में वह मरीजों को खुले में देख रहे हैं।
डॉक्टर अंकित गैरोला ने कहा कि वह अस्पताल में पिछले दो सालों से सेवाएं दे रहे हैं। कुछ समय पूर्व अस्पताल प्रशासन की ओर से उनके ओपीडी कक्ष को ईएनटी ओपीडी संचालित करने के लिए आवंटित किया गया। कहा जब उन्होंने अपनी ओपीडी के बारे में अस्पताल प्रशासन से बात की तो उन्हें इमरजेंसी में भेजने व 12 घंटे ड्यूटी करने को कहा गया। कहा उनके रूटीन के मरीज हैं जिन्हें दोबारा दिखाने के लिए बोला गया है। ऐसे में उन मरीजों के साथ भी धोखा हो रहा है। इन मरीजों को देखने के लिए उन्हें अस्पताल के बाहर ओपीडी लगाने के लिए विवश होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल प्रशासन और उच्चाधिकारियों ने इस मामले का समाधान नहीं किया और उन्हें उनकी विशेषज्ञता के अनुरूप ओपीडी कक्ष मुहैया नहीं कराया तो उन्हें त्यागपत्र देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर मनमानी का आरोप भी लगाया।
डा. गोविंद पुजारी, सीएमएस, उप जिला अस्पताल श्रीनगर गढ़वाल का कहना है कि डा. अंकित गैरोला की नियुक्त अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के रूप में हुई है। पूर्व में डॉक्टरों की कमी के कारण उन्हें ओपीडी संचालित कराने के लिए कक्ष दिया गया था। लेकिन अब अस्पताल में अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त हुए हैं। अस्पताल में ओपीडी कक्षों की कमी के कारण उन्हें इमरजेंसी सेवाएं देखने और इमरजेंसी कक्ष के बगल में ही एक कक्ष आवंटित कर दिया गया था। जिस पर वह सहमत नहीं हो रहे हैं। अस्पताल के बाहर ओपीडी संचालित करना अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। (एजेंसी)