भारी बर्फबारी से आस्था पथ पर जमी दो फीट बर्फ, पसरे भारी भरकम हिमखंड
जोशीमठ(चमोली)। उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद से ही हेमकुंड साहिब में भी भारी बर्फ जमा है। हेमकुंड साहिब का प्रमुख पड़ाव घांघरिया भी इन दिनों बर्फ से पूरी तरह ढका हुआ है। घांघरिया में भी आस्था पथ पर करीब दो फीट तक बर्फ जमी है।
बर्फबारी के बाद बुधवार को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन की टीम यात्रा मार्ग के निरीक्षण के लिए घांघरिया पहुंची थी। लेकिन रास्ते में भारी बर्फ होने के चलते टीम को घांघारिया तक पहुंचने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
रामढुंगी के पास रास्ते में भारी हिमखंड आया हुआ है। इसे पार करने में टीम को काफी मुश्किल हुई। काफी मशक्कत के बाद भी टीम हिमखंड पार नहीं कर पाई। इसके चलते टीम को वापस लौटना पड़ा। यहां सार्वजनिक शौचालय, गुरुद्वारा परिसर और होटलों की छतों और परिसर में भी बर्फ जमी है।
हेमकुंड साहिब ट्रस्ट के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष यात्रा शुरू होने से पहले सेवादार यात्रा मार्ग के निरीक्षण के लिए जाते हैं। लेकिन इस बार भारी बर्फ के चलते टीम घांघरिया से आगे नहीं बढ़ पा रही है। आस्था पथ पर बर्फ और रामढुंगी के पास हिमखंड होने से उसे पार नहीं किया जा सकता।
बता दें कि प्रदेश में अब मैदान से लेकर पहाड़ तक पारा चढ़ने लगा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में 17 से 19 फरवरी के बीच तापमान में 10 से 12 डिग्री की बढ़ोतरी की संभावना है।
पर्वतीय इलाकों में खासकर दो हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के चलते न सिर्फ ग्लेशियर तेजी से पिघलेंगे, बल्कि ग्लेशियरों के टूटने और हिमस्खलन की भी पूरी संभावना है। इससे नदियों का जल स्तर भी तेजी से बढ़ सकता है।