उत्तराखंड

महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए शिक्षा सबसे सक्षम माध्यम: प्रो प्रवीण बिष्ट

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अल्मोड़ा(आरएनएस)। एसएसजे विवि के शिक्षा संकाय में स्थित लक्ष्मी देवी टम्टा सेंटर फर वूमन स्टडी सेंटर की ओर से अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एक दिवसीय अनलाइन राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित हुआ। सेमिनार में अल्मोड़ा परिसर के निदेशक प्रो प्रवीण बिष्ट ने कहा कि बालिका जब सुरक्षित रहेगी तभी देश तरक्की के पथ पर आगे बढ़ सकेगा। बालिका पढ़ेगी तो समाज आगे बढ़ेगा। एक शिक्षित महिला ही अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर ठोस निर्णय ले सकती है। अगर महिलाओं को आगे बढ़ना है तो शिक्षा सबसे सक्षम माध्यम है। इससे पहले शिक्षा संकाय की विभागाध्यक्ष व डीन प्रो भीमा मनराल ने अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ग्रामसभा, पंचायतों में महिला आरक्षण देकर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर प्रयास किए गए हैं। वहीं, एसएसजे विवि के शिक्षा संकाय की पूर्व विभागाध्यक्ष रही प्रो विजयारानी ढ़ौडियाल ने महिला शिक्षा के विविध आयामों के बारे में जानकारी दी। सेंटर फर वूमेन स्टडी सेंटर यूनिवर्सिटी अफ इलाहाबाद की निदेशक प्रो आराधना अग्रवाल ने महिलाओं के सशक्तिकरण में इतिहास के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। वनस्थली विद्यापीठ की डॉ अपर्णा ने महिला शिक्षा पर सामाजिक सांस्तिक प्रभावों पर अपना व्याख्यान दिया। जम्मू विवि की डॉ रितु बख्शी और चढ़ीगड़ विवि के डिपार्टमेंट अफ लॉ की डॉ अमृतापाल कौर ने समाज सुधार में महिला आंदोलनों की भूमिका पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी देवी टम्टा सेंटर फर वूमन स्टडी सेंटर की संयोजिका व एसएसजे विवि के शिक्षा संकाय सहायक प्राध्यापक डॉ संगीता पवार ने किया। इस मौके पर डॉ रिजवाना सिद्दिकी, डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट, ड नीलम, डॉ भास्कर चौधरी, ड ममता असवाल, ड मनोज कुमार आर्या, डॉ पूजा प्रकाश, अंकिता, ललिता रावल, ड ममता काण्डपाल,सरोज जोशी, ड देवेंद्र चम्याल, गौहर फातिमा, मंजरी तिवारी, मनीषा पांडेय आदि शोधार्थी व विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के प्राध्यापक जुड़े।

 

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