शिक्षा मानव को महामानव बनाने की प्रक्रिया : प्रो. श्रीवास्तव

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नई टिहरी : गढ़वाल केंद्रीय विवि के एसआरटी परिसर बादशाहीथौल के शिक्षा विभाग में एनईपी 2020 में चुनौती और समाधान विषय पर प्रो. आरके श्रीवास्तव द्वारा एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर प्रो. श्रीवास्तव का शाल ओढ़ाकर सम्मान भी किया गया। शुक्रवार को पूर्व विभाग एवं संकायाध्यक्ष शिक्षा विभाग एसआरटी परिसर प्रो श्रीवास्तव ने एक विशिष्ट व्याख्यान प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने बताया कि शिक्षा जीवन पर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है। जिससे हमारा शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास होता है। शिक्षा से व्यक्ति मानव से महामानव बनता है। जीवन में आने वाली सभी चुनौतियों से निपटने के लिए शिक्षा समर्थ होती है। शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष सुनीता गोदियाल ने कहा कि हमारे विभाग के प्रशिणार्थी प्रत्येक वर्ष दो पत्रिकाओं का सम्पादन करते हैं। जिससे उसकी प्रतिभा का विकास होता है। वे अपनी व्यावसायिक दक्षता को प्राप्त करते हैं। हमारे विभाग ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक योजना बनाई है। इन्टर्नशिप में जाने वाले सभी प्रशिणार्थियों के लिए पौधरोपण असाइनमेंट दिया है। प्रत्येक प्रशिणार्थी को विद्यालय में जाकर पौधरोपण करना है। प्रत्येक दिन उसकी सिंचाई के साथ निराई-गुड़ाई करनी है। पहले दिन तथा अन्तिम दिवस की फोटो खींचकर एक रिपोर्ट बनाकर विभाग में जमा भी करवानी है। इसे आन्तरिक मूल्यांकन का भाग बनाया गया है। मंच संचालन डा. मनोज नौटियाल ने किया। इस अवसर पर डा. नीरज जोशी, डा. सुमनलता, डा. देवम, डा. हेमराज, डा.अखिलेश कुमार गौतम, डा.अरविन्द कुमार, संगीता, कृष्णा, गौरव तड़ियाल आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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