शिवसेना विवाद पर चुनाव आयोग का फैसला, एकनाथ शिंदे को मिला पार्टी का नाम और धनुष-तीर
नई दिल्ली, एजेंसी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे को शुक्रवार को झटका लगा। बता दें कि चुनाव आयोग ने शिवसेना विवाद पर अपना फैसला सुनाया है। इस फैसले से मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बड़ी राहत मिली है।
भारत के चुनाव आयोग ने देखा कि शिवसेना का वर्तमान संविधान अलोकतांत्रिक है। बिना किसी चुनाव के पदाधिकारियों के रूप में एक गुट के लोगों को अलोकतांत्रिक रूप से नियुक्त करने के लिए इसे वित कर दिया गया है। इस तरह की पार्टी की संरचना विश्वास को प्रेरित करने में विफल रहती है।
इसी बीच चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को सलाह दी कि वे लोकतांत्रिक लोकाचार और पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र के सिद्घांतों को प्रतिबिंबित करें और नियमित रूप से अपनी वेबसाइटों पर पार्टी के आंतरिक कामकाज से जुड़े पहलुओं का खुलासा करें।
चुनाव आयोग के फैसले पर उद्घव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जनता उनके साथ है।
संजय राउत ने कहा कि इस सरकार ने करोड़ो रुपये पानी की तरह बहाया है, वो पानी कहां तक पहुंचा है ये दिख रहा है। हमें फिक्र करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता हमारे साथ है। हम नया चिह्न लेकर जाएंगे और फिर एक बार यही शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र बचा ही नहीं है। सब गुलाम बनकर बैठे हैं, ये लोकतंत्र की हत्या है।