भू-कानून के मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ेगा उक्रांद
जयन्त प्रतिनिधि
श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड क्रांति दल ने भू-कानून, बेरोजगारी व महंगाई के मुद्दे को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है। कहा कि उक्रांद केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर जानता के बीच जाएगी।
थलीसैंण में उत्तराखंड क्रांति दल की बैठक आयोजित की गई। वक्ताओं ने भाजपा के पांच साल के कार्यकाल को असफल करार देते हुए निंदा की। कहा राष्ट्रीय पार्टियां कभी भी उत्तराखंड का भला नहीं करेंगी। उन्होंने क्षेत्रीय पार्टी यूकेडी ही विकास का एकमात्र विकल्प है। कहा यूकेडी मूल निवास 1950, हिमाचल जैसा भू-कानून, स्थाई राजधानी गैरसैण, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पहाड़ों में हल या खेती करने वाले महिला या पुरुष किसान को भत्ता आदि मुख्य मुददों को लेकर जनता के बीच जा रही है। यूकेडी के केंद्रीय कोषाध्यक्ष मोहन काला ने कहा कि यदि जनता ने उन्हें अपना समर्थन दिया तो वह मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने के अलावा विशेषकर रोज़गार पर ध्यान देंगे और पहाड़ में ही आयुर्वेदिक दवाइयों की फैक्ट्रियों के अलावा मिनरल वॉटर प्लांट,जूस-अचार मुरब्बा, बिजली उत्पादन के साथ कई छोटे उद्योग और कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देंगे। जिससे पहाड़ का युवा पहाड़ में ही रोजगार प्राप्त कर सकेगा। केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि जिस प्रकार राज्य में सत्ताधारी पार्टी ने जो लूट-खसोट मचाई है उसकी जांच यूकेडी के सत्ता में आने पर की जाएगी। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष प्रमिला रावत ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अब यह सही समय है जब दोनों राष्ट्रीय पार्टियों पर जनता कुठाराघात करे और यूकेडी को सत्ता में लाए मौके पर खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विरेंद्र रावत, चौथान मंडल अध्यक्ष सेवानिवृत्त कै. खिम सिंह भंडारी, देवेंद्र रावत, चंद्र मोहन गुसांई, राजे सिंह, मनवर चौहान, दीपक भंडारी, दिनेश रावत, श्याम सिंह नेगी, प्रदीप टमटा, जितेंद्र नेगी, गोपाल गुसांई, बलवंत बड़ियारी, सुनील ममगैं, हरेंद्र नेगी, मोहन बड़ियारी, धीर जोशी, किशन रावत, रमेश आर्य आदि मौजूद रहे। संचालन युवा मोर्चा के संगठन मंत्री आलोक नवानी ने किया।