देहरादून। विद्युत संविदा एकता मंच ने उपनल कर्मचारियों की मेडिकल सुविधा को जल्द सुनिश्चित किए जाने की मांग की। एकता मंच की बैठक में संयोजक विनोद कवि ने कहा कि हर साल बिजली की खतरनाक लाइनों पर काम करते हुए उपनल कर्मचारी अपनी जान गंवा रहे हैं। आजीवन अपंग हो रहे हैं, लेकिन मैनेजमेंट उनके आश्रितों की सुध तक नहीं ले रहा है। कहा कि न तो उपनल कर्मचारियों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। महीनों से ईएसआई से इलाज की सुविधा समाप्त हो गई है, लेकिन मैनेजमेंट को सुध लेने की भी फुरसत नहीं है। बिना इलाज के उपनल कर्मचारी और उनके आश्रित दिक्कतों से जूझ रहे हैं। तीन संविदा कर्मचारी करंट से अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्हें कोई सम्मानजनक मुआवजा नहीं दिया गया। न ही आश्रित को रोजगार दिया गया। श्रम कानूनों तक को यूपीसीएल में नहीं माना जा रहा है। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी दरकिनार कर दिया गया है। न नियमितीकरण और न ही समान काम का समान वेतन दिया जा रहा है। संयोजक मनोज पंत ने कहा कि शासन स्तर से स्थगित किए गए महंगाई भत्ते को भी आज तक बहाल नहीं किया गया। नियमितीकरण को लेकर भी सरकार अपना वादा नहीं निभा रही है। इसके खिलाफ 28 जुलाई को यूपीसीएल मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। बैठक में प्रेम भट्ट, अनिल भट्ट, कैलाश उपाध्याय, कंचन जोशी, संदीप रावत, सुधीर रावत, नागेंद्र प्रसाद, मंजू तिवारी, सुरेंद्र रयाल, नागेंद्र मेंदोला, मंजू तिवारी, सुरेंद्र रयाल, अनिल भट्ट, विनोद नेगी, प्रेम भट्ट, संदीप रावत, कंचन जोशी, सुधीर रावत, यतीश वशिष्ठ, कैलाश उपाध्याय, प्रदीप रावत, दीपक वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।