उपपा के स्थापना दिवस पर राज्य के असल मुद्दे उठाने पर जोर
रामनगर। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने अपने 15वें स्थापना दिवस पर संगठन को मजबूत करने और केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों के कारण गणतंत्र को हो रहे नुकसान के खिलाफ जनता से आगे आने की अपील की है। गुरुवार को देवभूमि व्यापार मंडल के कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में उपपा महासचिव प्रभात ध्यानी ने कहा कि राज्य की अवधारणा से जुड़े सवाल 23 साल बाद भी हल नहीं हुए हैं।केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य चिंताराम की अध्यक्षता में हुई गोष्ठी में ध्यानी ने पार्टी के 15 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ समाजसेवी पीसी जोशी ने कहा कि यदि राज्य गठन रमाशंकर कौशिक समिति के सुझावों के अनुरूप होता, तो उत्तराखंड आज बदहाली न झेल रहा होता। संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने हिंसक हो रहे वन्यजीवों के मसले पर उत्तराखंड के राजनीतिक, सामाजिक संगठनों से 11 फरवरी को रामनगर सम्मेलन में भागीदारी करने की अपील की। इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रूहेला और प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की तुलसी छिम्वाल ने देश में सांप्रदायिक विभाजन बढ़ने के साथ गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई से जनता की बेहाली पर चिंता जताई। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी नवीन नैथानी, उपपा के मनमोहन अग्रवाल, आइसा के सुमित कुमार, एसआर टम्टा, नंदकिशोर गोपाल असनोड़ा, हीरा सिंह खत्री, प्रमोद कुमार, सुनील पर्नवाल, गंगा, गीता, मोहम्मद आदि मौजूद रहे।
चिंताराम को रामनगर विधानसभा क्षेत्र प्रभारी बनाया
उपपा ने वरिष्ठ नेता चिंताराम को रामनगर विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी, मोहम्मद आसिफ को नगर संयोजक, गोपाल असमोड़ा को ब्लक संयोजक, शिवेंद्र कुमार को पार्टी का युवा संयोजक बनाया है।