‘यूपी में एनकाउंटर आम बात’, टीएमसी सुप्रीमो बोलीं- ध्रुवीकरण की राजनीति करती है भाजपा
कोलकाता, एजेंसी । माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हत्या के बाद विपक्षी नेता भाजपा पर हमलावर हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर इसे लेकर हमला बोला है। उन्होंने सोमवार को तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एनकाउंटर आम बात हो गई है। भगवा पार्टी पर आरोप लगाते हुए टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में कुछ होता है तो वे (भाजपा) केंद्रीय एजेंसियों को भेजते हैं, लेकिन यूपी के लिए ऐसा नहीं है। भाजपा का डबल इंजन दोयम दर्जे का है।
अतीक-अशरफ हत्याकांड और उत्तर प्रदेश में होने वाले एनकाउंटरों को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी के लोगों को इन मुठभेड़ों का विरोध करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने हाल ही में पश्चिम बंगाल में अमित शाह द्वारा दिए गए बयान पर भी पलटवार किया। गृहमंत्री शाह पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा कि शाह का कहना है कि पश्चिम बंगाल सरकार 2025 से आगे नहीं चलेगी। क्या संविधान बदला जा रहा है?
गृहमंत्री शाह से इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की रक्षा करने के बजाय गृह मंत्री अमित शाह मेरी सरकार को गिराने की साजिश कर रहे हैं। समय से पहले मेरी सरकार गिरने की धमकी देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ने आगे कहा कि जब भी चुनाव होते हैं, भाजपा समुदायों का ध्रुवीकरण करने वाली टिप्पणी करती है। उनकी पार्टी के विधायकों के खिलाफ एक के बाद एक हो रही केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि टीएमसी विधायकों को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। वहीं, भाजपा में गलत काम करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसे में न्यायपालिका ही देश को बचा सकती है। आगे बोलते हुए उन्होंने विपक्षी एकता की भी बात की। ममता बनर्जी ने कहा कि अगर सभी पार्टियां एकजुट हो गईं तो भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव हार जाएगी।
ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि डबल इंजन सरकार की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के मानदंड भी दोहरे ही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे बंगाल में एनआरसी या सीएए लागू नहीं होने देंगी।