उत्तराखंड

सर्दियों में बारिश नहीं होने से सूखे के हालात, किसान परेशान

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पिथौरागढ़। सर्दियों में बारिश की कमी से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। तो दूसरी ओर, बारिश नहीं होने की वजह किसान काफी परेशान है। मैदानी सहित पर्वतीय जिलों के किसानों को फसलों की चिंता सताने लगी है। पिथौरागढ़ में बारिश लंबे समय बाद भी नहीं होने से किसान परेशान हैं। रबी की फसल सूखे के कारण पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। कई जगह पाला भी फसल को नुकसान पहुंच रहा है। जिससे परेशान किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। इधर षि विभाग ने सूखे से नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है। यहां 10प्रतिशत भी खेती के लिए भी सिंचाई की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में पिथौरागढ़ में 28हजार हेक्टेयर में रबी की फसल बोने के बाद से आसमान की राह देख रहे किसानों को बादल रुला रहे हैं। 18हजार हेक्टेयर में गेहूं बोया गया है, लेकिन बारिश नहीं होने से बुवाई के बाद कई जगह ग्रोथत तो कई जगह जमाव नहीं होने से परेशान किसानों ने अब सरकार से सूखा घोषित करने की मांग की है।
तीन माह पहले बूंदाबांदीरू 12 नवंबर को दो एमएम बारिश हुई थी। यानी मामूली बारिश बूंदा बादी थी। 10 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पिछले 40 दिन में बर्फबारी भी नहीं हुई है।
बेरीनाग सूखे से खेती चौपट,मांगा मुआवजारू किसान चन्द्र राम ने कहा है कि वे कई बार सूखा घोषित करने की मांग कर चुके हैं, इसके बाद भी राहत नहीं मिली है। किसान मोहन भंडारी ने कहा 20 नाली में गेहूं लगाया सब बर्बाद है। कई जगह पौध है भी तो पाला बर्बाद कर रहा है। सोहन सिंह बिष्ट, नवीन भंडारी के साथ ही किसान मोहन नाथ ने दिक्कत बताई है।

पहाड़ पर मौसम आधारित खेती यहां कि किसानों को हर साल चोट मार रही है। इसके बावजूद पहाड़ के गांवों को आबाद रखने की हमसे कल्पना करना कितना सही है यह सरकार को सोचना चाहिए। -राजेन्द्र सिंह रावत, सरमोली।

मुआवजा दिया जाए। मौसम की मार सह रहे किसान परेशान हैं। मौसम व जंगली जानवर यहां के किसानों को बर्बाद कर रहे हैं। -सुभाष जोशी, अध्यक्ष किसान संगठन,पिथौरागढ़।

बारिश नहीं होने से रबी की फसल को नुकसान हुआ है। विभाग ने फसलों को सूखे से हुए नुकसान का आंकलन शुरू कर दिया है। -ातु टम्टा, मुख्य षि अधिकारी,पिथौरागढ़।

15 नाली खेत में बुवाई के बाद अब फसल प्रभावित होने से बहुत नुकसान हुआ है। अब बारिश हुई भी तो इस बर्बाद फसल को बचाना आसान नहीं होगा। सरकार को मुआवजा देना चाहिए। -बहादुर सिंह बोरा, पैखुती।

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