कोटद्वार-पौड़ी

मलबे व बोल्डर में दबे खेत, ग्रामीणों को सताने लगी भविष्य की चिंता

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

दुगड्डा के लदोखी, सिमलखेतु व कुरीखाल में अतिवृष्टि से हुई भारी तबाही
विद्युत व पेयजल अपूर्ति ठप होने से ग्रामीणों की बढ़ने लगी समस्या
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम सभा लदोखी, सिमलखेतु व कुरीखाल में अतिवृष्टि से भारी तबाही हुई है। गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। वहीं, ग्रामीणों की कृषि भूमि मलबे व बोल्डर में दबने के बाद उनके समक्ष भविष्य का संकट गहरा गया है।
13 अगस्त की रात हुई अतिवृष्टि ने ग्राम सभा लदोखी, सिमलखेतु व कुरीखाल में भारी तबाही मचाई। ग्रामीणों के घर व गौशाला में पूरी तरह मलबा भर गया है। पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई लाइन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले तीन दिन से ग्राम सभाओं में विद्युत आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। ऐसे में ग्रामीणों को रात के अंधेरे में जंगली जानवरों का खतरा सताने लगा है। ब्लाक प्रमुख रुचि कैंत्यूरा ने बताया कि ग्रामीण दाल, सब्जी व विभिन्न प्रकार के मसालों का उत्पादन कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। लेकिन, भारी मलबे के कारण फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। ऐसे में ग्रामीणों के समक्ष आर्थिक संकट भी खड़ा हो गया है। गांव के संपर्क मार्ग व पुल टूटने से बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाना भी एक चुनौती बन गई है। ब्लाक रुचि कैंत्यूरा ने बताया कि सरकारी विभागों को गांव में जल्द से जल्द पेयजल व विद्युत आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।

नदी-गदेरो से आवागमन
गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग तबाह होने के बाद ग्रामीण उफान पर बने नदी-नालों से आवागमन को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचाने में हो सकती है। जगह-जगह भूस्खलन से ग्रामीणों को खतरा बना हुआ है।

अकेले बुजुर्ग हो रहे परेशान
गांव में कई ऐसे बुजुर्ग भी है जो अपने पैतृक आवासों में अकेले ही रह रहे हैं। ऐसे में बिजली व पानी की आपूर्ति ठप होने के बाद उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, आपदा की इस घड़ी में ग्रामीण एक दूसरे का साथ दे रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!