फायर नियंत्रण को अन्य विभागों से भी होगा समन्वय : तोमर
नई टिहरी : फायर सीजन की तैयारियों को लेकर टिहरी वन प्रभाग के डीएफओ पुनीत तोमर ने बताया कि इस बार वनाग्नि नियंत्रण के लिए अन्य सरकारी महकमों से समन्वय बनाने के साथ ही फायर वाचरों को नियुक्त किया जायेगा। वनाग्नि सुरक्षा के लिए विभाग ने 21.28 करोड़ का बजट अनुमोदित करवाया है।
गुरुवार को डीएफओ तोमर ने कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए आगे बताया कि इस बार पिछले बार की अपेक्षा मौसम ज्याद खुश्क है। जिससे वनाग्नि की घटनायें बढ़ने की संभावना है। इसलिए वनाग्नि सुरक्षा की तैयारियों को लेकर अभी से तेजी लाई गई है। बजट अनुमोदित करवाने के साथ ही वनाग्नि सुरक्षा के उपकरणों की मांग डीएम से कर ली गई है। वनाग्नि सुरक्षा को बढ़ाने के लिए हंस फांउडेशन के साथ कार्यशाला भी आयोजित की जायेगी। क्षेत्रों में रेंजरों के माध्यम से वन गोष्ठियां कर वनाग्नि को लेकर आम लोगों को अवगत कराया गया है कि वनाग्नि घटना की सूचना तत्काल निकस्टथ वनाधिकारियों या आपदा प्रबंधन के कंट्रोल रूम को दें। आपदा प्रबंधन के कंट्रोल रूम से वनविभाग के कंट्रोल रूम से समन्वय है। जिसकी सूचना वन विभाग को मिल जायेगी। फायर सीजन के चलते चिकित्सा विभाग को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वनाग्नि से कोई भी जनहानि एवं पशुहानि के लिए ठोस कदम उठाकर वनाग्नि की घटनाओं को न्यून करने पर विभाग पूरा फोकस होगा। वनाग्नि सुरक्षा को लेकर की गई तैयारियों में ग्राम स्तर पर 250 से अधिक कमेटीयां गठित की गई हैं। वनाग्नि काल 15 फरवरी से 15 जून तक रहता है। बारिश न होने पर आगे भी बढ़ सकता है। इस फरवरी के अंत तक तक वनाग्नि नियत्रंण को कार्यवाही शुरू कर दी जायेगी। जनपद में वनाग्नि की दृष्टि से अतिसंवेदनशील क्षेत्रों की देखरेख को 180 क्रू-स्टेशनों की स्थापना कर स्टाफ नियुक्त किया गया है। (एजेंसी)