पंपिंग योजना में मानकों के अनुरूप कार्य नहीं होने पर भड़के
नई टिहरी। यमुना कांडी पंपिंग योजना पर मानकों के अनुरूप कार्य न होने के कारण स्थानीय लोगों में गुस्सा है। जांच के लिये गई विभागीय टीम को स्थानीय लोगों के गुस्से का सामना भी करना पड़ा। जल निगम के एसई के आश्वासन के बाद लोग शांत हुये। नैनबाग के क्षेत्र के यमुना कांडी पंपिंग योजना पर बीते एक वर्ष से कार्य चल रहा है, लेकिन मानकों के अनुरुप कार्य नहीं होने से स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत कार्यदायी जल निगम के साथ सीएम पोर्टल पर की। बीते शनिवार को जल निगम के अधीक्षण अभिंयता आलोक कुमार के नेतृत्व में एक टीम योजना पर हुये कार्यों के लिये निरीक्षण के लिये मौके पर पहुंची। ग्राम पंचायत कांण्डी के ग्राम प्रधान रामचंद सिंह रावत ने कहा कि पंपिंग योजना पर हुये घटिया कार्यों को लेकर स्थानीय लोग कई बार जल निगम के अधिकारियों से शिकायत कर चुके है, लेकिन शिकायत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीते कई वर्षों से पेयजल के कारण परेशान सिलवाड़ और अठज्यूला पट्टी सहित कांण्डी मल्ली, तल्ली सहित आठ गांव के लोग पंपिंग योजना के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया यमुना कांडी पंपिंग योजना कार्य गुणवत्ता के मुताबिक कार्य नहीं हो रहे हैं। ठेकेदार द्वारा घटिया पाइप लाइन बिछाने के साथ पाइप लाइन रोकने के सीमेंट के पिंलर बनाये जाने चाहिए थे, लेकिन ठेकेदार द्वारा जगह जगह लकड़ी के गुटके लगाकर पाइपों को रोका जा रहा है, जिससे भविष्य में पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने का खतरा हो सकता है। उन्होंने जल निगम के अधीक्षण अभियता को पंपिंग योजना निर्माण कार्यों में हुई खामियों को बताया। साथ जल्द सभी खामियों को दुरुस्त करने की मांग की। अधीक्षण अभियंता अलोक कुमार ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा योजना में जो जो कमियां बताई गई है, उन सभी को मानकों के अनुरूप पूरा करने के साथ जीआई पाइपों का थर्ड पार्टी से निरीक्षण करवाया जाऐगा। योजना की निगरानी के लिये स्थानीय ग्रामीणों की समिति भी बनाने पर सहमति दी। समिति योजना के निर्माण कार्यों की निगरानी करेगी। मौके पर ईई केशवानंद सेमवाल, मुकेश नेगी, सुरेश सजवाण, महिपाल सजवाण, विक्रम सिंह, सुरेंद्र दास, राकेश रावत, राजेश सजवाण आदि उपस्थित थे।