उत्तराखंड

भू-धसांव की जांच को भूगर्भीय सर्वे टीम जोशीमठ पहुंची

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चमोली। जोशीमठ नगर में पिछले डेढ़ महीने से भू धंसाव की समस्या बढ़ती जा रही है। नगर के गांधीनगर, सुनील, मारवाडी, नृसिंहमंदिर, रविग्राम में लगातार भूधंसाव में बढ़ोत्तरी हो रही है। जिस कारण से नगरवासियों में डर का माहौल है। लोगों के घर एवं खेत धंसने के बाद अब बदरीनाथ बाईपास भी पीजी कालेज के निकट धंसने लगा है। जिस कारण से पीजी कालेज, सीएचसी को भारी खतरा उत्पन्न हो गया है। पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार कहते हैं कि उन्होंने उपजिलाधिकारी जोशीमठ से तत्काल प्रभाव से गांधीनगर के 20 परिवारों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट करने का निवेदन किया है। पालिकाध्यक्ष के अनुसार गांधीनगर में 20 मकान पूरी तरह से दरक चुके हैं व इनमें रहना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि या तो प्रशासन इन परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट करे या लिखित में दे कि इन दरकतें भवनों में रहना जोखिमपूर्ण नहीं है। पालिकाध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार ने कहा कि सुनील, गांधीनगर, मारवाडी, नृसिंहमंदिर, रविग्राम में 50 से अधिक मकानों में भारी दरारें आ गई हैं। जबकि गांधीनगर के 20 मकान रहने योग्य नहीं हैं। वहीं जोशीमठ पीजी कालेज के उपरी भाग में स्थित बदरीनाथ बाईपास में 20 मीटर के पैच में सड़क पूरी तरह से धंसने लगी है व यहां पर कटाव भी बढ़ गया है। जिस कारण पीजी कालेज भी खतरे की जद में आ गया है तो वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भवन कभी भी ढह सकता है।
वहीं उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने कहा कि जोशीमठ नगर में जगह जगह भू धंवाव अचानक क्यों बढ़ा है। इसे देखने भूगर्भीय टीम जोशीमठ पहुंच चुकी है व टीम ऐसे सभी स्थानों का निरीक्षण करेगी जहां धंसाव हो रहा है।

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