त्रिजुगी नारायण-तोषी मार्ग की भांति दूर की जाय घराट-मुण्डला मार्ग की बाधाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत वर्ष 2005-2006 में स्वीकृत घराट-मुण्डला मोटर मार्ग निर्माण में आ रही वन अधिनियम की बाधाओं को ऊखीमठ के समीप त्रिजुगी नारायण-तोषी मार्ग की भांति दूर करने के लिए प्रयास करने हेतु लोक निर्माण विभाग दुगड्डा के अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है।
समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत कोटद्वार नगर से मात्र 6 किमी. की दूरी पर घाड़ क्षेत्र के लगभग 12 गांवों के ग्रामीणों की सुविधा के लिए वर्ष 2005-2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा घराट-मुण्डला 10 किमी. मोटर मार्ग स्वीकृत किया गया था, जिसके लिए सरकार द्वारा 1 करोड़ 39 लाख रूपये लोक निर्माण विभाग दुगड्डा को आवंटित किये गये थे, लेकिन लोक निर्माण विभाग की शिथिलता एवं उदासीन कार्यप्रणाली से कई वर्ष बीत जाने के बाद भी वर्ष 2012 तक मार्ग निर्माण का कार्य प्रारम्भ तक नहीं हो पाया। वर्ष 2012 के बाद वन अधिनियम के कानूनों में कड़ा रूख होने पर पर्यावरण एवं वन्य जीवों से सम्बन्धित विभागों के हस्तक्षेप से निर्माण कार्यों पर आपत्तियों का प्रावधान किया गया। आपत्तियों के निस्तारण से ही निर्माण कार्यों की स्वीकृति मिल पाना सम्भव है। उन्होंने कहा कि वन अधिनियम से बाधित 2005-2006 में सरकार द्वारा निर्माण के लिए चयनित चमोली जनपद में ऊखीमठ के समीप त्रिजुगी नारायण-तोषी मार्ग को कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग की सक्रियता से आपत्तियों के निस्तारण के बाद निर्माण की स्वीकृत 2019 में मिल चुकी है और यमकेश्वर विधानसभा के अन्तर्गत घने वनों के मध्य कौड़िया-किसार मोटर मार्ग का निर्माण वर्ष 2012 के पश्चात हो चुका है। राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि मोटर मार्ग के अभाव में घाड़ क्षेत्र के ग्रामीणों को रोगियों को चारपाई से उबड़-खाबड़ रास्तों से जान जोखिम में डालकर कोटद्वार अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। आये दिन कई रोगी समय पर उपचार न मिलने से दम तोड़ देते है।
खेतों में बर्बाद होती है फसल
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि घराट-मुण्डला क्षेत्र की भूमि अनाज, साग-सब्जी, फल उत्पादन के लिए अत्यन्त उपजाऊ है। लेकिन कड़ी मेहनत के बाद फसल मोटर मार्ग के अभाव में विपणन न होने से खेतों में ही बर्बाद हो जाती है। घोड़ा-खच्चरों के महंगे ढुलान में ग्रामीणों को भारी क्षति उठानी पड़ती है। जबकि मार्ग की उपलब्धता से कोटद्वार नगर में अनाज, फल, सब्जियों व दुग्ध की आपूर्ति से ग्रामीणों को अच्छी आय प्राप्त हो सकती है। लेकिन मोटर मार्ग के अभाव में ग्रामीण पलायन करने को मजबूर है।
उच्च शिक्षा से वंचित निर्धन छात्र
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि घराट-मुण्डला मोटर मार्ग का निर्माण न होने से क्षेत्र के दर्जनों गांवों के निर्धन बच्चे उच्च शिक्षा से वंचित है। निर्धन छात्र कोटद्वार शहर में किराये का कमरा लेकर शिक्षा लेने में असमर्थ है। अगर इस मोटर मार्ग का निर्माण हो जाएगा तो यह क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। मार्ग बनने से जहां बच्चें उच्च शिक्षा ग्रहण करेगें वहीं फसल को कोटद्वार शहर में लाने में दिक्कतें नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मोटर मार्ग के अभाव में युवतियों के विवाह प्रस्ताव ठुकराने के कारण इस क्षेत्र के अनके युवा गृहस्थ आश्रम से वंचित रहकर वृदावस्था की दहलीज पर पहुंच चुके है।