कोटद्वार में बढ़ाये जायेगें कोविड केयर सेंटर, आईएचएमएस और भगवन्त ग्लोबल किये चयनित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सर्तक हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोविड केयर सेंटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। प्रशासन ने इसके लिए निजी संस्थान चिन्हित कर लिये है।
वर्तमान में कोटद्वार में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले चार दिनों में कोटद्वार में कोरोना के 28 नये मरीज सामने आये है। वर्तमान में कोटद्वार में कोरोना मरीजों का उपचार राजकीय बेस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड और कोविड केयर सेंटर कौड़िया में चल रहा है, लेकिन लगातार कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड केयर सेंटर बढ़ाने का निर्णय लिया है। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि बीएल रोड़ स्थित आईएचएमएस और भाबर स्थित भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय को कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए चिन्हित किया गया है। आईएचएमएस की 150 और भाबर स्थित भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय की 90 बेड की क्षमता है। उन्होंने बताया कि आवश्यकतानुसार कोविड केयर सेंटर और आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ाई जायेगी। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को कोरोना को लेकर पूरी तरह से सर्तक है। एसडीएम ने बताया कि कोविड केयर सेंटर का चयन कर लिया है और वहां सभी आवश्यक सुविधाएं मसलन भोजन, बिजली, पानी, पंखे-कूलर, वाटर कूलर आदि की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि मरीज को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े़। सेंटर पर व्यक्तियों के प्रवेश और निकास के लिए एक ही एंट्री गेट रखा जाएगा, ताकि संपूर्ण व्यवस्था पर निगरानी रखी जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना की रफ्तार रोकने की रणनीति
कोरोना की रफ्तार रोकने के लिए प्रशासन रणनीति बदलेगा। अब जिस एरिया में कोरोना के अधिक केस मिलेगें वहां तुरंत माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। यह कंटेनमेंट जोन से अलग होगा। कंटेनमेंट जोन में पूरे एरिया को ही सील किया जाता था। लेकिन माइक्रो कंटेनमेंट जोन में मरीज के आस-पास एरिया को ही कंटेनमेंट जोन में बदला जाएगा। डॉक्टरों की टीम ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का सुझाव दिया था। इसी के बाद प्रशासन ने इसका फैसला लिया है। इससे छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनेंगे। जिससे लोग उनके एरिया में आने वाले मरीज की जानकारी पाकर उस एरिया में न जाएं। उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र में कोरोना के अधिक मामले आयेगें वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाकर लोगों का कोरोना टेस्ट किया जायेगा। ऐसी जगह चिन्हित करने के लिए एक टीम बनाई जायेगी।