घरों को होमस्टे के रूप में विकसित करने को कहा
पुरानी परंपरा को संवारकर रखने की जरूरत
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जनपद में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु जिला पर्यटन विकास अधिकारी पौड़ी खुशाल सिंह नेगी ने यमकेश्वर विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों को अपने घरों को होमस्टे के रूप में विकसित करने को कहा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजना दीनदयाल उपाध्याय गृह होमस्टे योजना एवं वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी ग्रामीणों को दी। उन्होंने उक्त योजना का अधिक से अधिक लाभ एवं जानकारी लेने की अपील करते हुए वीरान हो रहे भवनों को होमस्टे में विकसित कर अपने क्षेत्र में स्वरोजगार स्थापित करने को कहा। साथ ही उन्होंने लोगों को अपने होमस्टे को पर्यटन विभाग से पंजीकृत करने को कहा।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी ने यमकेश्वर के अन्तर्गत देवीखाल, थलनदी, नालीबड़ी आदि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय लोगों द्वारा अपने घरों को सुधारीकरण कर होमस्टे के रूप में विकसित करने के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों को होमस्टे संचालन की आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अपने घर परिसर में सौन्दर्यकृत कार्य को प्राथमिकता दे तथा आंगन परिसर में फुलवारी, किचन गार्डन आदि को विकसित करें। घरों एवं परिसर में नियमित साफ-सफाई रखें। शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था बनाये रखे। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्रान्तर्गत प्रसिद्ध, धार्मिक अथवा पर्यटकों को लुभावन वाले क्षेत्र की जानकारी रखें। जिसे अपने होमस्टे के मानचित्र पर अंकित करें व आने वाले पर्यटकों को इसकी जानकारी दे, जिससे वे उक्त स्थल कीभी सैर-सफाटा कर, अधिक समय तक होमस्टे पर ठहर सकेगें। जिससे लोगों की अच्छी आमदनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि होमस्टे पर आने वाले पर्यटकों को परंपरागत भवनशैली, लोक-संस्कृति, पारंपरिक कास्त आकर्षित करते है। स्थानीय उत्पाद के व्यंजन उन्हें खूब पसंद होती है। जिस देशकाल से आपके रहन-सहन भवन इत्यादि की परंपरा चली आ रही है, केवल उसे संवार कर रखने की जरूरत है। होमस्टे योजना के तहत जहां आपके घर आंगन में लोगों की चहल कदमी बढ़ेगी वहीं जैविक उत्पाद की अच्छी खपत हो सकेगी। जिससे आर्थिक स्थति मजबूत होगी।