गिवईस्रोत गेदेरे में खतरा बनी पुलिया, सरकारी सिस्टम नहीं दे रहा ध्यान
लाख शिकायत के बाद भी बदहाल पुलिया की नहीं करवाई जा रही मरम्मत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: सरकारी सिस्टम जन समस्याओं को लेकर कितना लापरवाह है इसका उदाहरण वार्ड नबंर चार गिवईस्रोत गदेरे में बनी पुलिया को देखकर लगाया जा सकता है। बदहाल स्थिति में पड़ी पुलिया दुर्घटनाओं को न्यौता दे रही है। एक ओर जहां पुलिया का पिलर खोखला पड़ा हुआ है वहीं, पुलिया के टूटी रेलिंग से कम राहगीर गिर जाए, कहा नहीं जा सकता। क्षेत्रवासी कई मर्तबा जनप्रतिनिधि व अधिकारियों से कई बार पुलिया मरम्मत की मांग उठा चुके हैं।
अगस्त माह में हुई अतिवृष्टि से गिवईस्रोत पुलिया को भी नुकसान पहुंचा था। यही नहीं, अगस्त माह में गिवईस्रोत में बह कर आई एक बस पुलिया के पिलरों में फंस गई थी। हालांकि क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाल दिया गया था। लेकिन, पुल के पिलरों को काफी नुकसान पहुंचा था। पुल के किनारे लगी रेलिंग भी टूट गई थी। गिवईस्रोत निवासी कुलदीप कुमार, विजय सिंह, राम सिंह, गणेश सिंह, सतेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिया पर दोपहिया वाहन चलाते समय खतरा बना हुआ है। सबसे अधिक डर रात के समय बना रहता है। पूर्व में क्षेत्र निरीक्षण के लिए पहुंची विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण को भी पुलिया की स्थिति के बारे में अवगत करवा चुके हैं। लेकिन, अब तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर झांकने तक नहीं पहुंचे। वार्डवासियों ने उनके हित को देखते हुए जल्द पुलिया मरम्मत करवाने की मांग की है। कहा कि वार्डवासियों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।