कोटद्वार-पौड़ी

सरकार की नीतियां महिलाओं के हित में नहीं : सरिता

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

श्रीनगर में महिलाओं ने किया सरकार के विरोध में प्रदर्शन
श्रीनगर गढ़वाल : महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध एवं लगातार बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए महिलाओं ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बैठक कर महिलाओं ने देवभूमि तीलू महिला संगठन का गठन किया है। इस मौके पर अंकिता हत्याकांड को लेकर भी महिलाओं ने कड़ा विरोध जताया व अंकिता के परिजनों को इंसाफ दिलाने की मांग की। पूर्व राज्य मंत्री व आंदोलनकारी सरिता नेगी ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार की नीतियां महिलाओं के हित में नहीं हैं। प्रदेश में शराब के कारोबार में बृद्धि कर महिलाओं के शराब विरोधी आंदोलन पर करारा तमाचा है। सामाजिक कार्यकर्ता सरस्वती ने कहा कि श्रीनगर आंदोलन की जननी रही है। यहां शिक्षा का गढ़ माना जाता है, लेकिन यहां भी ड्रग्स की गिरफ्त में युवा बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
श्रीनगर में सोमवार को हुई बैठक में संगठन के गठन की विधिवत घोषणा की गई। इस मौके पर संगठन की संरक्षक व हिमालय बचाओ आंदोलन की सदस्य पूनम कैंतुरा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि बड़े बदलाव लाने में महिलाओं की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। नशा, बलात्कार, हत्या जैसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कहा इसी लड़ाई को एक मंच पर लड़ने के लिए देवभूमि तीलू महिला संगठन खड़ा किया गया है। राज्य आंदोलनकारी प्रमिला रावत ने कहा कि अंकिता भंडारी जैसी अनेक बालिकाएं व महिलाएं राज्य में अपने को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। अंकिता प्रकरण में लगातार न्याय की गुहार लगाई जा रही है। लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है। कहा प्रदेश भर में महिलाओं को एकजुट कर अब अपनी सुरक्षा की लड़ाई स्वयं लड़ेंगी। प्रदेश सरकार मूक हो गई है, जिससे महिलाओं पर बढ़ते अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इस मौके पर राजेश्वरी जोशी, मीना नेगी, आशा भट्ट, पिंकी बिष्ट, अनीता सिलोडी, प्रमिला, हेमा, मनोरमा, कल्पेश्वरी आदि मौजूद रही। (एजेंसी)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!