‘गुजराती और राजस्थानी वाले बयान पर महाराष्ट्र के राज्यपाल ने मांगी माफी, बोले- मुझसे चूक हो गई थी
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ‘गुजराती और राजस्थानी’ वाले अपने बयान पर माफी मांग ली है। राज्यपाल ने कहा था कि अगर मुंबई से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाए तो शहर के पास न तो पैसे रहेंगे और न ही वित्तीय राजधानी का तमगा रहेगा। उनके इस बयान पर चौतरफा विरोध हुआ था। खुद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने इस पर आपत्ति जताई थी।
तमाम राजनीतिक हलकों से विरोध को देखते हुए राज्यपाल कोश्यारी ने सोमवार को एक लंबा बयान जारी करते हुए माफी मांग ली। कोश्यारी ने यह बयान शुक्रवार शाम को एक कार्यक्रम में दिया था, जिसपर कई राजनीतिक पार्टियों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद विवाद पैदा हो गया।
माफी मांगते हुए राज्यपाल ने लिखा लिखा कि विगत 29 मई को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मुंबई के विकास में कुछ समुदायों के योगदान को प्रशंसा करने में संभवतया मेरी ओर से कुछ चूक हो गई।
वहीं, इससे पहले राज्यपाल ने शनिवार को कहा था कि उनकी टिप्पणी को ‘‘तोड़-मरोड़’’ कर पेश किया गया। उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि उनकी ‘‘मंशा महाराष्ट्र के विकास और प्रगति में कठोर परिश्रम करने वाले मराठी भाषी समुदाय के योगदान का अपमान करने की नहीं थी।’’
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा था कि वह मुंबई के संबंध में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में मराठी लोगों द्वारा किए गए योगदान को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद पर आसीन हैं और उन्हें अपने बयानों से किसी को भी ठेस न पहुंचाने के प्रति सतर्क रहना चाहिए।