किस्तूड में गुलदार ने 14 बकरियों को मार डाला
विकासनगर। चकराता वन प्रभाग की बावर रेंज में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को किस्तूड गांव के एक पशुपालक की चौदह बकरियों को गुलदार ने मार डाला। पीड़ित पशुपालक ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की है। वहीं क्षेत्र के ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश पनप रहा है। विभागीय अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। शुक्रवार को किस्तूड के पशुपालक प्रीतम की 22 बकरियां रात्रि को गांव के समीप जंगल में छूट गई। सुबह खोजबीन की गई तो एक जगह नौ और दूसरी जगह पांच बकरियां मरी हुई मिलीं। प्रीतम ने बताया गांव के पास ही गुलदार ने बकरियों को मार डाला। आठ बकरियां अभी भी लापता है। काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चल पा रहा है। कहा कि बकरियां उनकी आजीविका का प्रमुख साधन थी। अब रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। प्रीतम ने वन विभाग से मुआवजे की गुहार लगाई है। क्षेत्रवासी रतन सिंह, विक्रम सिंह, राजेंद्र, रविन्द्र, हरदयाल सिंह चौहान आदि ने वन क्षेत्राधिकारी से दूरभाष पर वार्ता कर ग्रामीणों के पशुओं भेड़, बकरी, गाय, बैल की सुरक्षा की मांग उठाई। कहा कि वन विभाग को बार-बार कहने के बावजूद गुलदार लगातार पशुपालकों के पशुओं को हमला कर मार रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई नहीं की तो विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। वन क्षेत्राधिकारी बावर शिव प्रसाद गैरोला ने बताया वन बीट अधिकारी को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मांगी गई है।