देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अवैध खनन मामले में सचिव खनन का बयान सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की टिप्पणी का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जिस असम्मान तरीके से उन्होंने अपनी बात कही, उसमें कुत्सित भावना दिखती है। भाजपा और उसके नेता प्रेम चंदी अहंकार से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह त्रिवेंद्र के बयान की कड़ी निंदा करते हैं। शनिवार को अपने आवास से निकलते हुए मीडिया से मुखातिब हुए पूर्व सीएम रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र ने अधिकारी पर जो टिप्पणी की, उसे कतई सही नहीं कहा जा सकता है। हम मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन अधिकारियों ने हमारे साथ काम किया है, हमारे मन में उनके लिए सम्मान का भाव होना चाहिए। जबकि त्रिवेंद्र के बयान से अहंकार झलकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा में प्रेमचंद की ही जीभ नहीं रपटी है, त्रिवेंद्र की भी रपटी है, यह रपट निंदनीय है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में अवैध खनन की बात दिल्ली से लेकर देहरादून तक उठ रही है, लेकिन कोई संज्ञान लेने को तैयार नहीं है। नदियों के पाट और गदेरे और खुदने लगे हैं। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र ने उच्च सदन में यह मुद्दा उठाया, अच्छी बात है, लेकिन उसके बाद उनका जो बयान आया, वह निंदनीय है।