उत्तरकाशी में धरासू बैंड के पास हुआ भारी भूस्खलन, यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे बंदय कई वाहन फंसे
उत्तरकाशी । बुधवार की शाम को धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माणाधीन आलवेदर रोड पर धरासू बैंड के पास भारी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन इतना अधिक हुआ कि पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा दर्जनों पेड़ों को उखाड़ ले गया। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार की शाम को धरासू बैंड के निकट भारी भूस्खलन हुआ है।
इस भारी भूस्खलन से धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्घ हुआ साथ ही भूस्खलन का मलबा धरासू बैंड के निकट गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी गिरा। जिससे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हुआ है। लगातार भूस्खलन जारी रहने के कारण एनएच व बीआरओ की टीम बुधवार देर शाम तक राजमार्ग खोलने का कार्य शुरू नहीं हो पाया था।
धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार की सुबह छटांगा और तलोग के पास भूस्खलन होने से बाधित हुआ। इन स्थानों पर राजमार्ग दोपहर तक सुचारू हुआ। लेकिन, बुधवार की शाम करीब पांच बजे धरासू यमुनोत्री राजमार्ग धरासू बैंड से 200 मीटर की दूरी पर पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हुआ है।
भूस्खलन का मलबा चिन्यालीसौड़ व धरासू बैंड के बीच गंगोत्री राजमार्ग पर भी गिरा। जिससे दोनों राजमार्ग पर वाहनों की कतार लगनी शुरू हुई। करीब साढ़े पांच बजे पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा दर्जनों पेड़ों को उखाड़ते हुए पहले यमुनोत्री राजमार्ग पर गिरा फिर गंगोत्री राजमार्ग पर गिरा। राजमार्ग के दोनों ओर खड़े तीर्थ यात्री व स्थानीयजन जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
भूस्खलन की सूचना पर जिला आपदा प्रबंधन की टीम भी सक्रिय हुई। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बडकोट खंड की टीम और अलवेदर रोड की कटिंग करने वाली कंपनी की टीम मौके पर पहुंची। आलवेदर रोड की कटिंग के कारण धरासू बैंड के पास भूस्खलन जोन काफी लंबे समय से बना हुआ है। जिससे यमुनोत्री व गंगोत्री राजमार्ग कई बार बाधित हो चुका है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि बुधवार की शाम को हुए भूस्खलन (स्ंदकेसपकम) के कारण धरासू यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हुआ। सुरक्षा की दृष्टि से ब्रह्मखाल और धरासू के पास आवाजाही करने वालों को नियंत्रित किया गया है। राजमार्ग खुलने में वीरवार सुबह तक का समय लग सकता है।