श्रीयंत्र टापू कांड की 22वीं बरसी पर यशोधर और राजेश को दी श्रद्धाजंलि
जयन्त प्रतिनिधि।
श्रीनगर : नगर पालिका सभागार में श्रीयंत्र टापू कांड की 22वीं बरसी पर शहीद यशोधर बेंजवाल तथा राजेश रावत को राज्य आंदोलनकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी एवं लेखक जगमोहन सिंह बिष्ट की पुस्तक श्रीयंत्र टापू और खैट पर्वत का अनशन पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य आंदोलनकारी केदार सिंह बिष्ट, प्रेम दत्त नौटियाल, कै. सत्य प्रसाद धस्माना, विजय सिंह राणा, विजय जुयाल, कृष्णानंद मैठाणी, यशोधर बैंजवाल की पत्नी उमा बेंजवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी केदार सिंह बिष्ट ने कहा कि राज्य प्राप्ति के लिए राज्य आंदोलनकारियों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया। श्रीयंत्र टापू और खैट पर्वत का आंदोलन इस क्षेत्र में इसका गवाह रहा है। उस समय आंदोलनकारियों की कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं रही, लेकिन राज्य प्राप्ति के बाद की सरकारों ने आंदोलनकारियों में फूट डाली। इसका नतीजा है कि आज इस राज्य की दशा व दिशा पूरी तरह भटक गई है। राज्य आंदोलनकारी मदन मोहन नौटियाल ने युवाओं से राज्य के मुद्दों पर सवाल उठाने की अपील की। लेखक जगमोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने का उनका उद्देश्य पृथक राज्य आंदोलन में श्रीयंत्र द्वीप और खैट पर्वत पर हुए जन आंदोलनों का सच पाठकों के समक्ष रखना है। पुस्तक की समीक्षा मुकेश सिंह बिष्ट ने की। कहा पुस्तक निष्पक्ष विश्लेषण तथा पृथक राज्य निर्माण में अपने पूर्व गामी लोगों के योगदान और महत्व को समझाने में पूरी तरह सफल है। संचालन वरिष्ठ साहित्यकार उमा घिल्डियाल ने किया। मौके पर समाज सेवी अनिल स्वामी, मदन मोहन मुंडेपी, अनुसूया प्रसाद मालासी, सत्येंद्र भट्ट, मुकेश चमोली, देवेंद्र फस्र्वाण, कमलेश मैठाणी, राजेंद्र रावत, गंगा असनोड़ा, विमला कोठियाल आदि मौजूद रहे।