कोटद्वार-पौड़ी

दुगड्डा ब्लॉक में एनएचएम संविदा कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर होम आइसोलेशन में

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार।
दुगड्डा ब्लॉक के एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर होम आइसोलेशन में चले गये है। कर्मचारियों के होम आइसोलेशन में रहने से स्वास्थ्य विभाग के कार्य पर असर पड़ना तय है। कर्मचारियों पिछले कई दिनों से 60 साल तक विभाग में सेवा कर अवसर देने, हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड पे देने, बीमा, वेतन विसंगति दूर करने, निष्ठा वृद्धि और समायोजन की मांग को लेकर लेकर काली पट्टी बांधकर काम कर रहे थे, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों को अनदेखा किया, जिस कारण कर्मचारियों ने होम आइसोलेशन में रहने का निर्णय लिया।
एनएचएम के दुगड्डा ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर अखिलेश नैथानी ने बताया कि राजकीय बेस अस्पताल के 16 एनएचएम कर्मियों सहित ब्लॉक के 49 कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में होम आइसोलेशन में है। जिला कार्यकारिणी एवं प्रदेश कार्यकारिणी के निर्णय पर अभी कर्मचारी दो दिन तक होम आइसोलेशन में रहेगें। इसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी और जिला कार्यकारिणी जो भी निर्णय लेगी उसी के अनुसार कार्य किया जायेगा। जिलाध्यक्ष शरद रौतेला ने कहा कि राज्य प्रबंधन द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट लिखा है कि 5 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारी 15 प्रतिशत वृद्धि हेतु पात्र हैं परन्तु इन्हें 6.7 प्रतिशत देना है। जब कर्मचारी 15 प्रतिशत हेतु पात्र है तो उसे 6.7 प्रतिशत क्यूं दिया जाय। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मिशन प्रबंधक के इन्ही बेतुके आदेशों से सरकार की छवि धूमिल करने का बार-बार प्रयास किया जा रहा है और सरकार अपने अधिकारियों के इस प्रकार के निर्णय पर मौन है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में 42 कर्मचारी संगठनों का समर्थन एनएचएम संगठन को प्राप्त है और यदि सरकार नहीं मानती तो सभी संगठनों का आह्वान कर सरकार के विरूद्ध सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया जायेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की और मिशन प्रबंधक की होगी।

एनएचएम संविदा कर्मचारियों के कार्यबहिष्कार से लड़खड़ाई स्वास्थ्य और कोविड सेवाएं
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी।
जनपद पौड़ी में एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने होम आइसोलेशन में जाकर कार्य बहिष्कार शुरु कर दिया है। जिससे जिले में स्वास्थ्य व कोविड सेवा लड़खड़ा गई है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार बेतुके आदेश जारी कर कर्मचारियों को भ्रमित नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि दो दिन के कार्य बहिष्कार के बाद भी सरकार ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो उग्र आंदोलन शुरु किया जाएगा।
मंगलवार से एनएचएम कर्मचारी होम आइसोलेशन में जाकर दो दिवसीय कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं। इन कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से जिले के कोविड अस्पतालों, डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटरों सहित विभिन्न स्थलों पर डांटा एंट्री, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, कोविड सैंपलिंग, टीकाकरण पर बुरा प्रभाव पड़ा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम सहित एनएचएम की अन्य योजनाओं का कामकाज बाधित हो गया है। जिले में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ऑपरेटर, स्टाफ नर्स, जिला समन्वयक सहित विभिन्न पदों पर 376 एनएचएम कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। ये कर्मचारी सामूहिक बीमा या गोल्डन कार्ड बनाए जाने, कोरोना काला में हुई मौत पर परिजनों को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी, लॉयल्टी बोनस, नियमित किए जाने, समान कार्य-समान वेतन सहित 9 सूत्रीय मांगों के समाधान की गुहार लगा रहे हैं। एनएचएम संविदा कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष शरद रौतेला ने कर्मचारियों की ऑनलाइन बैठक लेते हुए कहा कि सरकार हमें बेतुके आदेश जारी कर भ्रमित नहीं कर सकती है। कहा कि सरकार जल्द कर्मचारियों की मांगों पर गंभीरता के साथ ठोस निर्णय नहीं लेती है, तो आंदोलन उग्र किया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष डोभाल ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़ एनएचएम कर्मचारियों के हित में जल्द सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए। इस अवसर पर डा. पंकज, मनीष भट्ट, निम्मी कुकरेती, प्रदीप रावत आदि मौजूद रहे।

यूथ कांग्रेस उतरी एनएचएम कर्मियों के समर्थन में
कोटद्वार।
यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एनएचएम संविदा कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में कामरूप नगर सिताबपुर में सांकेतिक धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार से एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है।
यूथ कांग्रेस के कोटद्वार विधानसभा अध्यक्ष विजय रावत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के कर्मचारी जो कि कोविड कॉल में फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका में है। वह सरकार की अनदेखी से नाराज होकर मंगलवार से कार्यबहिष्कार कर होम आइसोलेशन में है। सरकार द्वारा एनएचएम कर्मचारियों की सुध नहीं ली जा रही है, वह दैनिक मजदूरी से भी कम मानदेय पर कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों की न जॉब सिक्युरिटी है न ही बीमा है, केंद्र द्वारा दिये जा रहे 15 प्रतिशत बोनस को काट कर राज्य सरकार द्वारा उन्हें सिर्फ 6.7 बोनस देने की घोषणा की गई है। इस तरह के सौतेले व्यवहार से नाराज होकर प्रदेश के समस्त एनएचएम कर्मी होम आइसोलेशन में चले गए है, जिससे कोविड सेम्पलिंग, कोविड रिपोर्टिंग, प्रसव समेत सभी कार्य प्रभावित रहेंगे। ये सरकार की नाकामी और लापरवाही को दर्शाता है। धरना प्रदर्शन करने वालों में यूथ कांग्रेस कोटद्वार विधानसभा अध्यक्ष विजय रावत, देवेंद्र रौथाण, रोबिन चौहान, हिमांशु नेगी, अमन ध्यानी, अंकित, सूरज रावत शामिल थे।

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