घरों को इको फ्रेंडली बनाकर प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनना होगा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मेहरबान सिंह कंडारी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज कोटद्वार के प्रांगण में विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवियों व विद्यालय की प्रबन्ध समिति एवं पुरातन छात्रों ने हरेला पर्व बड़े धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर व छात्रों ने अपने-अपने घरों पर आम, आंवला, सिरस, लींची, अमरूद, बहेड़ा, तुलसी, गिलोई, नीम, पीपल आदि वृक्षों का रोपण किया।
विद्यालय के व्यवस्थापक विष्णु कुमार अग्रवाल ने सभी से अपील करते हुए कहा कि वर्तमान समय में सभी प्रकार की पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं का एक मात्र समाधान वृक्षारोपण ही है। हमें वृक्ष लगाने के साथ-साथ उसके संरक्षण की भी प्रतिज्ञा लेनी चाहिए। साथ ही हमें जलवायु परिवर्तन व ग्लोवल वार्मिंग को कम करने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। अपने-अपने घरों को इको फ्रेंडली बनाकर प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनना होगा। विद्यालय के संरक्षक मोहन सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व उत्तराखण्ड का एक प्रसिद्घ लोक पर्व है। जिसके द्वारा मनुष्य को प्रकृति प्रेमी बनाना है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी को अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पूरा कर सकते है। जिससे कि हमारा पर्यावरण शुद्घ होगा। प्रधानाचार्य चंदन सिंह नकोटी ने कहा कि हरेला पर्व पर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने वृक्ष रोपकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया। इस मौके पर सत्य प्रकाश थपलियाल, कैप्टन पीएल खंतवाल, परमानंद बलोदी, श्रीमती मीनाक्षी कोटनाला, महेश चंद्र ध्यानी, डॉ. डीएस नेगी, ऋषि कंडवाल, श्रीमती भागेश्वरी देवी, दीपक जदली, कांता प्रसाद आदि मौजूद थे।
वृक्षारोपण से सुरक्षित होगा वातावरण
कोटद्वार। रोहित अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज उमरावनगर, पदमपुर मोटाढांक में हरेला पर्व के अवसर पर एनएसएस इकाई के स्वयं सेवियों ने विभिन्न प्रजाति के 17 पौधे रोपे। विद्यालय के प्रबन्धक अमित अग्रवाल, प्रधानाचार्य कुंज बिहारी भट्ट ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज के निरन्तर प्रदूषित हो रहे वातावरण को वृक्षारोपण के महान पुनीत कार्य से ही सुरक्षित किया जा सकता है।
वहीं गढ़वाल सभा उत्तराखण्ड ने क्रियेटिव पब्लिक स्कूल, घराट मंदिर, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज कोद्वार परिसर में रूद्राक्ष के वृक्ष रोपे। कार्यक्रम में गढ़वाल सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोविंद डंडरियाल, महायचिव राकेश मोहन ध्यानी, श्रीमती मंजू जखमोला, श्रीमती रानी नेगी, पार्षद श्रीमती गायत्री भट्ट, दीपक गौड़, श्रीमती अभिलाषा भारद्वाज, बीबी ध्यानी, विनोद कुकरेती, सुदीप बैठियाल, प्रधानाचार्य राबाइंकॉ कोटद्वार श्रीमती उमा श्रीवास्तव, बबीता आदि मौजूद थे।