उत्तराखंड

दफ्तरों में बिजली की फिजूलखर्ची हुई तो वेतन से होगी कटौती:  डीएम

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

 

रुद्रप्रयाग। सरकारी दफ्तरों में बिजली की फिजूलखर्ची बंद करने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अभिनव पहल करते हुए अफसरों को निर्देशित किया है। डीएम ने कहा कि यदि अफसरों ने बिजली का अनावश्यक दुरुपयोग किया तो उनके वेतन से देय की पूर्ति की जाएगी। उन्होंने निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने को कहा है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में विद्युत और विद्युत उपकरणों के अनावश्यक रूप से उपयोग को प्रतिबंधित किया है। कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी आवश्यक बिजली उपकरणों का दुरुपयोग न करें। जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अफसरों एवं विभागाध्यक्षों को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिकारी कार्यालय कक्षों से बाहर रहने की अवधि के दौरान विद्युत संचालित उपकरणों को जरूरी रूप से बंद करें, ताकि विद्युत की फिजूलखर्ची न हो। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के बैठकों में प्रतिभाग करने के दौरान, दोपहर के भोजन (लंच) पर जाने, अवकाश के दौरान या अपने कक्ष छोड़ने से पहले विद्युत संचालित उपकरण जैसे पंखे, एसी कूलर, बल्ब, ट्यूब लाइट्स आदि को बंद करें। इससे बिजली के अनावश्यक उपयोग से बचा जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि निर्देश का पालन नहीं किया गया और किसी भी दफ्तर में लापरवाही देखी गई तो संबंधित विभागाध्यक्ष से विद्युत बिल का देय उसके वेतन से कटौती की जाएगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!