श्रेणी सी व डी में मूल निवास/स्थाई निवास की अनिवार्यता हो लागू
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पर्वतीय ठेकेदार संघ समिति ने स्थानीय ठेकेदारों के हित को देखते हुए श्रेणी सी व डी में मूल निवास/स्थाई निवास की अनिवार्यता लागू करने की मांग की है। कहा कि सरकार को ठेकेदरों के हितों को लेकर गंभीरता से कार्य करना चाहिए। इस दौरान विभागों की ओर से बड़ी-बड़ी निविदाएं आमंत्रित किए जाने पर भी रोष व्यक्त किया गया। कहा कि इससे पहाड़ के छोटे ठेकेदारों को कार्य नहीं मिल पा रहा है।
पर्वतीय ठेकेदार संघ समिति ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण को ज्ञापन दिया। कहा कि पहाड़ में कई व्यक्ति छोटी-मोटी ठेकेदारी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। लेकिन, पिछले लंबे समय से विभागों की ओर से छोटी निविदाएं बंद कर दी गई है। बड़ी निविदाओं में सभी बाहरी राज्यों के ठेकेदार आवेदन कर रहे हैं, जिससे छोटे ठेकेदारों को कार्य नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पहाड़ के ठेकेदार पलायन को मजबूर हो रहे हैं। कहा कि बड़ी निविदाओं को छोटे-छोटे भागों में विभाजित कर स्थानीय ठेकेदार को रोजगार से जोड़ा जाना चाहिए। साथ ही श्रेणी सी व डी में मूल निवास/स्थाई निवास की अनिवार्यता लागू की जानी चाहिए। जिससे बाहरी प्रदेशों के व्यक्ति श्रेणी सी एवं डी में पंजीकरण नहीं करवा पाएं। इस मौके पर नंदकिशोर डबराल, देवेंद्र सिंह नेगी, किशोर लखेड़ा, भाष्कर बड़थ्वाल, विनोद रावत, दिलवर सिंह रावत, जयप्रकाश रावत, राजीव कोठारी आदि मौजूद रहे।