दिल्ली की रामलीला में अब राम-हनुमान संस्कृत की जगह बोलेंगे अंग्रेजी, कमेटी ने इसके पीछे दिया यह तर्क
नई दिल्ली , एजेंसी। आदिपुरुष फिल्म में रामलीला के विभिन्न प्रसंगों पर छाए विवाद के बीच लालकिला मैदान में दशहरा के अवसर पर रामलीला मंचन कराने वाली लवकुश लीला कमेटी ने इस बार मंचन के दौरान संस्कृत के बजाय अंग्रेजी के शब्दों का उपयोग करने का एलान किया है।
कमेटी पदाधिकारियों ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रामलीला मंचन देखने के लिए आने वाले श्रद्धालु संस्कृत से वाकिफ नहीं है और उन्होंने अंग्रेजी में शिक्षा ग्रहण की है। इस कारण वह संस्कृत के शब्दों को समझ नहीं पाते है। लिहाजा इस बार उनको रामलीला से रूबरू कराने के लिए मंचन में हिंदी के आसान शब्दों के साथ-साथ अंग्रेजी के शब्द भी उपयोग किए जाएगे।
इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने कहा कि इस बार भी उनकी कमेटी फिल्मों व टीवी कलाकरों से रामलीला के प्रमुख पात्रों की भूमिका का मंचन कराएगें। यूनाइटेड नेशन में आयोजित बुद्धिस्ट फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्टर का अवार्ड विजेता फिल्म एंड टीवी एक्टर गगन मलिक राम का किरदार करेंगे, वही भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री सिंगर और देश विदेश में 500 से ज्यादा शोज कर चुकीं स्वीटी सीता का किरदार करेंगी, टीवी इंडस्ट्री में अनेक लोकप्रिय सीरियल से अपनी पहचान बना चुके एक्टर दिशांक अरोड़ा लक्ष्मण की भूमिका करेंगे। इसके अलावा अन्य एक्टर भी विभिन्न पात्रों की भूमिका निभाएगे।
दूसरी ओर उन्होंने बताया कि रामलीला मंचन के लिए स्टारकास्ट में कुछ अहम बदलाव किए जाएगे। रामलीला के हाईटेक मंचन, एक्शन सीन्स और कॉस्ट्यूम्स पर मुंबई में कार्य चल रहा है। लालकिला मैदान 15 से 25 अक्तूबर तक रामलीला मंचन किया जाएगा। वहीं अर्जुन कुमार ने विवादों में रही फिल्म आदिपुरुष के संबंध में कहा कि इस तरह भविष्य में कभी किसी भी फिल्म में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई जानी चाहिए।
रामलीला में राम का किरदार निभा रहे गगन मलिक ने कहा कि आज समाज में रामायण जैसे मूल्य नहीं रहे हैं। इस कारण लोगों ने परिवार व दोस्तों में मधुर संबंध बनाने के लिए रामलीला मंचन देखना चाहिए और उसको अपने जीवन ढालना होगा। इस दौरान स्वीटी व दिशांक अरोड़ा के अलावा कमेटी के महासचिव सुभाष गोयल वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यभूषण जैन भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि हाईवे पुलिस सड़क सम्मोहन की समस्या से निपटने की कोशिश कर रही है। अधिकारी के मुताबिक, 2022 में महाराष्ट्र में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 15,224 लोगों की मौत हुई।
पुलिस ने बताया कि शनिवार तड़के बुलढाणा जिले में एक्सप्रेस-वे पर डिवाइडर से टकरा जाने के बाद एक निजी बस में आग लग गई, जिससे उसमें यात्रा कर रहे 25 यात्रियों की झुलसकर मौत हो गई।