अंतरिम सरकार में भाजपा ने दो मुख्यमंत्री थोपकर राजनीतिक अस्थिरता की नीव रखी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश में लगातार मुख्यमंत्री बदले जाने पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य राजपाल बिष्ट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बिष्ट ने कहा कि भाजपा उत्तराखंड में राजनीतिक अस्थिरता की जननी रही है। राज्य गठन के बाद अंतरिम सरकार में भाजपा ने दो मुख्यमंत्री थोपकर राजनीतिक अस्थिरता की नीव रखी, जो वह लगातार निभा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता ने वर्ष 2007 में दोबारा सत्ता सौंपी। भाजपा ने अपनी आदत से मजबूर होने के चलते दो चेहरे और तीन मुख्यमंत्री प्रदेश को दिए।
एआईसीसी सदस्य राजपाल बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस ने 2002 से 2007 तक एक ही मुख्यमंत्री दिया। लेकिन जनता ने जब कांग्रेस को वर्ष 2012 में प्रदेश में सरकार बनाने की जिम्मेदारी सौंपी, तो उस समय भी भाजपा द्वारा सरकार को गिराए जाने, विधायको की खरीद-फरोख्त किया जाना किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता ने 2017 में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा को फिर सत्ता में आने का मौका दिया। लेकिन सवा चार साल के कार्यकाल में भाजपा ने जनभावनाओ का अपमान करते हुए प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री देने के सिवा एक भी विकास कार्य नहीं किया। बिष्ट ने कहा कि नए मुख्यमंत्री जब पार्टी का घोषणा पत्र उठाएंगे, तो पाएंगे कि एक भी घोषणा धरातल पर नहीं उतरी है। कांग्रेस पार्टी में नेता प्रतिपक्ष व प्रदेश अध्यक्ष घोषित होने में देरी के सवाल पर बिष्ट ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर यह अंतिम दौर की तैयारी है। पार्टी हाईकमान प्रदेश में बेस्ट इलेवन को उतारने जा रही है। हालांकि इसमें कुछ देरी जरुर हुई है, लेकिन जो भी निर्णय आएगा वह पार्टी व प्रदेशहित में होगा।