बीमार बुजुर्ग को तीन किमी. तक लाए पालकी में, सड़क न होने पर जताया आक्रोश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। चौथान पट्टी के स्यूसाल गांव के ग्रामीणों ने बीमार व्यक्ति को तीन किमी. तक पालकी में लाकर सड़क मार्ग तक पहुंचाया। जहां से बीमार व्यक्ति को निजी वाहन से काशीपुर के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए पह़ुंचाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि मोटर मार्ग निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है। लेकिन सरकार उनकी इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है। गांव में सड़क सुविधा का न होना कई बार ग्रामीणों की जान पर भारी पड़ रहा है।
सोमवार को चौथान पट्टी स्यूंसाल निवासी 81 वर्षीय बुद्घि सिंह रावत की अचानक तबियत खराब हो गई। ग्रामीण बुद्घि सिंह रावत को सड़क मार्ग तक पहुंचाने के लिए गांव से करीब 3 किमी. दूर बूंगीधार के डाट पुलिया तक लाए। जहां से बुद्घि सिंह को ग्रामीण के निजी वाहन से काशीपुर भेजा गया। बुद्घि सिंह के पुत्र हयात सिंह ने बताया कि कई दिनों से पिता की तबियत खराब चल रही थी। उन्हें भूख प्यास नहीं लग रही थी। तबियत ज्यादा बिगड़ने की आशंका पर पिता को अस्पताल ले जाया गया है। लेकिन गांव तक सड़क मार्ग न होने से पिता को सड़क तक लाने में पालकी का उपयोग करना पड़ा। बीमार ग्रामीण को सड़क मार्ग तक पालकी में लाने वाले अरविंद, आशु, पप्पू व संजीव कुमार ने कहा कि सड़क मार्ग निर्माण के लिए क्षेत्र के लोग लंबे समय से संघर्ष कर रहे है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से भी गुहार लगाई गई है। ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक व राज्य सरकार में केबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बीते मार्च माह में दो माह के भीतर सड़क निर्माण कार्य शुरू किए जाने आश्वासन दिया था। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क मार्ग न होने से अक्सर वह ऐसी स्थितियों से गुजरते हैं। कई बार तो बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं की जान पर बन पड़ती है। गांव में 40 से अधिक परिवार रहते हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि इस उपेक्षा का जवाब विधानसभा चुनावों में दिया जाएगा।