एथलेटिक्स में भारत को दो और पदक, 10000 मीटर रेस में कार्तिक ने रजत और गुलवीर ने कांस्य जीता
हांगझोऊ , एजेंसी। भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम फाइनल में पहुंच गई है। उसने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को 3-2 से हरा दिया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने कम से कम रजत पक्का कर लिया है।
पुरुषों के 10000 मीटर रेस में भारत के कार्तिक और गुलवीर ने इतिहास रच दिया है। कार्तिक ने 28:15.38 की टाइमिंग के साथ रजत पदक और गुलवीर ने 28:17.21 की टाइमिंग के साथ कांस्य पदक जीता। एथलेटिक्स यानी ट्रैक एंड फील्ड में हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारत ने तीन पदक जीत लिए हैं। इससे पहले शुक्रवार को किरण बालियान ने शॉटपुट में कांस्य पदक जीता था। इन दो पदकों के साथ भारत के कुल पदकों की संख्या 38 हो गई है। टेबल टेनिस में भारत की सुतीर्था और अहकिया ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारतीय जोड़ी ने दुनिया की नंबर दो जोड़ी मेंग और यिडी को 11-5, 11-5, 5-11, 11-9 से हराया। इसके साथ ही भारतीय जोड़ी का पदक भी पक्का हो चुका है।
स्क्वैश में भारतीय पुरुष टीम ने पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 2014 के बाद भारतीय टीम ने पहली बार एशियाई खेलों में यह पदक जीता है। भारत के लिए 25 साल के अभय सिंह ने फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया और तनाव भरे हालात में शानदार प्रदर्शन कर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। एशियाई खेलों में इस खेल में यह भारतीय टीम का सिर्फ दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले 2014 में भारत ने मलयेशिया को हराकर स्वर्ण जीता था। फाइनल के तीसरे मैच में अभय सिंह ने पाकिस्तान के जमान नूर को 11-7, 9-11, 7-11, 11-9, 12-10 से हराकर भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले सौरव घोषाल ने मैच में मुहम्मद आसिम खान को हराया था, जबकि महेश मनगांवकर को नासिर इकबाल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। स्क्वैश फाइनल में भारतीय और पाकिस्तान के बीच मुकाबला जारी है। पहला मैच पाकिस्तान के नाम रहा तो दूसरे मैच में भारत ने जीत हासिल की। तीसरे मैच में दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर जारी है। भारतीय हैवीवेट स्टार नरेंद्र ने ईरान के इमान रमजानपुरडेलावर को हराकर पुरुषों के +92 किग्रा सेमीफाइनल में प्रवेश किया और अपना पदक पक्का किया। +92 किग्रा में केवल दो कोटा उपलब्ध हैं, इसलिए उन्हें 2024 पेरिस ओलंपिक में अपना स्थान बुक करने के लिए फाइनल में पहुंचना होगा। नरेंद्र से पहले प्रीति और लवलीना मुक्केबाजी में पदक पक्का कर चुकी हैं।
मुक्केबाजी में नरेंद्र का मुकाबला ईरान के इमान रमजानपुरडेलावर के साथ है। पहले राउंड में वह हारे थे, लेकिन दूसरे राउंड में दमदार वापसी कर उन्होंने जीत हासिल की। अब तीसरा राउंड निर्णायक होगा। भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने निराश किया है। स्नैच में वह सिर्फ 83 किलोग्राम भार ही उठा सकीं। अपने दूसरे और तीसरे प्रयास में वह 86 किलोग्राम वजन नहीं उठा सकीं। वहीं, क्लीन एंड जर्क में उन्होंने पहले प्रयास में 111 किलोग्राम वजन उठाया। स्क्वैश फाइनल में भारतीय टीम को पाकिस्तान के खिलाफ पहले सेट में हार का सामना करना पड़ा है। महेश मनगांवकर को पाकिस्तान के नासिर इकबाल ने 3-0 के अंतर से हराया। हालांकि, भारत के पास दूसरा गेम जीतकर वापसी करने का मौका है। टीम मुकाबले में पाकिस्तान 1-0 से आगे है। मीराबाई चानू स्नैच में सिर्फ 83 किलोग्राम वजन ही उठा पाईं। दूसरे और तीसरे प्रयास में उन्होंने 86 किलोग्राम वजन उठाने का फैसला किया, लेकिन उनके दोनों प्रयास विफल रहे। वह फिलहला काफी पीछे हैं, लेकिन क्लीन एंड जर्क में भारी वजन उठाकर वह पदक की रेस में आ सकती हैं। हालांकि, ऐसा मुश्किल लग रहा है, क्योंकि चानू तीसरे प्रयास के बाद थोड़ी अनफिट भी नजर आईं। उन्हें चलने में थोड़ी परेशानी हो रही थी। स्नैच में वह संयुक्त रूप से सातवें स्थान पर हैं। उनके लिए अब पदक जीतना बेहद मुश्किल होगा।
मिश्रित युगल टेनिस में रोहन बोपन्ना और ऋतुजा भोसले ने स्वर्ण पदक जीता है। शुरुआती सेट 2-6 से हारने के बाद भारतीय जोड़ी ने शानदार वापसी की। उन्होंने सुपर टाई-ब्रेक 10-4 से जीता। भारत के लिए 2002 एशियाई खेलों के बाद से इस खेल में स्वर्ण पदक जीतने का सिलसिला जारी है। रोहन बोपन्ना अब दो बार के एशियाई खेल चैंपियन हैं! उन्होंने 2018 में दिविज शरण के साथ पुरुष युगल जीता और अब ऋतुजा भोसले के साथ मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक जीता है।