उत्तराखंड

उत्तराखंड बर्डर पर हुआ भारत-उज्बेकिस्तान के बीच सैन्यभ्यास शुरू

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पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बर्डर पर भारतीय सेना और उज्बेकिस्तान सेना के बीच संयुक्त युद्घभ्यास आज शुरू हो गया है।टैक्निक, ट्रेनिंग,प्रक्रिया को लेकर भी इस दौरान जवान युद्घाभ्यास करेंगे। युद्घभ्यास में दोनों देशों के 45-45 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। दोनों देशों के सैनिक 15 दिनों तक युद्घ तकनीक के साथ ही आमने सामने के युद्घ कौशल का यहां अभ्यास करेंगे।
सैन्यभ्यास के दौरान दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे के ताकत के साथ कमजोरी पर भी फोकस करेंगे ताकि भविष्य में किसी भी आपात स्थिति में दुश्मनों को जंग में मुंहतोड़ जबाव दिया जा सके। सोमवार को यहां सेना क्षेत्र में द्विवार्षिक प्रशिक्षण अभ्यास दस्तक के चौथे संस्करण का मार्च पास्ट के साथ शुभारंभ हुआ।
इसके बाद दोनों देशों के जवानों ने अपने – अपने देश के राष्ट्रगान का गायन किया। इसके बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने युद्घभ्यास की जानकारी दी। कहा कि यह संयुक्त अभ्यास सैनिकों के बीच नवीन युद्घ तकनीक को समझने में सहायक होगा। इसके साथ ही जंगल युद्घ से जुड़े अभ्यास भी किए जाएंगे।
इस अभ्यास में भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स की 14वीं बटालियन तथा उज्बेकिस्तान की उत्तरी पश्चिमी मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के जवान प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस युद्घभ्यास का समापन 5 मार्च को होगा। भारत व उज्बेकिस्तान के संयुक्त युद्घाभ्यास के शुभारंभ कार्यक्रम में भारत की 32इंफैंट्री ब्रिगेड के ब्रिगेडियर मयंक वैद व उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व वहां के रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ले़क कर्नल शौकत झोन सोरमोनकुलोउ के साथ ने संबोधित किया व सभी जवानों का उत्साह बढ़ाया।
ब्रिगेडियर वैद ने कहा कि यूएन मिशन के तहत किसी भी परिस्थिति में दोनों देशों की सेना एक साथ युद्घ में जाने पर बेहतर कार्य कर सकेगी। कहा कि सैन्य अभ्यास एवं कार्य प्रणालियों की आपसी समझ विकसित करने के साथ संयुक्त कमान और नियंत्रण संरचनाओं की स्थापना के लिए भी सैनिकों को दक्ष बनाएगा।
टैक्निक, ट्रेनिंग,प्रक्रिया को लेकर भी इस दौरान जवान युद्घाभ्यास करेंगे। प्रशिक्षण द्विपक्षीय सैन्य सहयोग विकसित करने पर भी फोकस रहेगा। अभ्यास के तहत शहरी और पहाड़ी इलाकों की पृष्टभूमि में युद्घाभ्यास किया जाएगा। इससे दोनों देशों के आपसी संबंधों में भी सुधार होगा। कहा कि दोस्ती के पारंपरिक बंधन को भी मजबूत करने में यह युद्घाभ्यास सहायक होगा।
डिमरी ने भारत व गुफरोव ने किया उज्बेकिस्तान की सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व
पूरी तरह से युद्घाभ्यास के लिए सजे सेना के मैदान में भारतीय सेना गढ़वाल राइफल्स की 14वीं बटालियन के सैन्य कर्मियों का नेतृत्व ले़क कर्नल अमित कुमार डिमरी व उज्बेकिस्तान सेना के उत्तर पश्चिमी सैन्य मोटराइज्ड इंफैंट्री रेजीमेंट का नेतृत्व ले़क कर्नल शेरजोद गुफरोव ने किया। उज्बेकिस्तान के 10अधिकारी व 35सैनिक व भारत के 39सैनिक व 6अधिकारी इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे हैं।

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